विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने सोमवार को भूटान के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री ल्योंचेन शेरिंग टोबगे (Lyonchhen Tshering Tobgay) से मुलाकात की। क्वात्रा ने इस दौरान उनके साथ दोनों देशों के बीच स्थायी संबंधों को और मजबूत करने के लिए चर्चा की। विदेश सचिव ने ल्योंचेन को सरकार और भूटान के लोगों द्वारा उनके प्राथमिकताओं के साथ निकटता से जुड़ते हुए एक विश्वसनीय भागीदार बनने के लिए भारत की अटूट प्रतिबद्धता का भरोसा दिया।

भारत ने साझेदारी के लिए दोहराई प्राथमिकता 

भूटान में भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया पोस्ट एक्स पर इस बैठक के बारे में पुष्टि करते हुए कहा कि विदेश सचिव ने भूटान के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री ल्योंचेन शेरिंग टोबगे से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच घनिष्ठ मित्रता संबंधों की पुष्टि की। उन्होंने भूटान के साथ साझेदारी के लिए भारत की दृढ़ प्रतिबद्धता का भी आश्वासन दिया।

विदेश मंत्री से भी की मुलाकात

भूटान दौरे पर गए विदेश सचिव ने भूटानी विदेश मंत्री ल्योनपो डीएन धुंगयेल से भी मुलाकात की। दूतावास ने अपने पोस्ट में कहा कि इस दौरान दोनों पक्षों के बीच आपसी हित के महत्वपूर्ण द्विपक्षीय मामलों पर चर्चा की गई, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में भारत और भूटान के बीच संबंधों को और बढ़ाना शामिल है।

मालूम हो कि भूटान की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने संसदीय चुनाव में सबसे अधिक सीटें जीत कर नई सरकारें बनाई है। पीडीपी ने नेशनल असेंबली की 47 सीटों में से 30 सीटें जीतीं और भूटान टेंड्रेल पार्टी ने 17 सीटें हासिल कीं। 15 साल पहले पारंपरिक राजशाही से संसदीय सरकार में परिवर्तन के बाद से यह भूटान का चौथा आम चुनाव था।