रायपुर  ।  छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शनिवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने पूछा कि केंद्र सरकार 2021 से होने वाली दशकीय जनगणना क्यों नहीं करा रही है। भाजपा को आरक्षण विरोधी बताते हुए मुख्यमंत्री ने एक बार फिर इस मामले को उठाया। विपक्षी दलों के आरोप की भूपेश सरकार की ओर से राज्य में किए गए सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट प्रकाशित क्यों नहीं की गई पर भूपेश ने कहा कि भाजपा आरक्षण के खिलाफ है।  जब अदालत ने पूछा कि राज्य सरकार ने किस आधार पर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को 27 प्रतिशत आरक्षण प्रदान किया है तब ओबीसी और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के लिए गणना की गई। कुल गणना में पाया गया कि राज्य में 43.5 प्रतिशत ओबीसी और 3.5 प्रतिशत ईडब्ल्यूएस हैं, जिसके आधार पर उनके लिए आरक्षण प्रदान किया गया।

क्या भाजपा नहीं मानती कि राज्य में 43 प्रतिशत से अधिक ओबीसी हैं? यदि वे विश्वास नहीं है, तो वे 2021 की जनगणना क्यों नहीं कराते? जब हम सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण कर सकते हैं, बिहार एक सर्वेक्षण कर सकता है, तो भाजपा (भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार) ऐसा क्यों नहीं कर सकती है। मुख्यमंत्री शनिवार को पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। गौरतलब है कि शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के कांकेर में एक कार्यक्रम में बोलते हुए कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा था कि अगर उनकी पार्टी राज्य में सत्ता बरकरार रखती है, तो जाति जनगणना कराई जाएगी।