नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुशांषिग किसानों के संगठन भारतीय किसान संघ के अखिल भारतीय महामंत्री मोहिनी मोहन मिश्र ने किसान आंदोलन पर बयान जारी कर कहा कि भारतीय किसान संघ किसानों की उपज का लागत के आधार पर लाभकारी मूल्य की मांग को लेकर लगातार संघर्ष कर रहा है और देश की सरकारों के साथ संवाद कर किसानों के पक्ष को मजबूती से रखता आया है और जहां संवाद से रास्ता नहीं निकलता है तो वहां आंदोलन भी करता है। लेकिन चुनाव के समय किसानों के नाम पर शुरू होने वाली राजनैतिक चुनावी पैंतरेबाजी को बंद करने की बात कहते हुए कहा है कि हिसंक आंदोलन को बीकेएस का समर्थन नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि किसान हित में लड़ने वाले संगठन लगातार किसानों की समस्या निवारण के लिए लड़ रहे हैं। सरकार किसी की भी हो सामंजस्य से किसानों की समस्याओं का समाधान निकाल भी रहे हैं। लागत के आधार पर लाभकारी मूल्य किसान का हक है और वह उसे मिलना ही चाहिए। आज बीज व बाजार किसानों की प्रमुख समस्या है, मंडी के अंदर हो या बाहर, किसान के साथ बीज व बाजार में शोषण बंद होना चाहिए।
भारतीय किसान संघ के वरिष्ठ नेता ने यह भी कहा कि विगत वर्षों में मंदसौर व दिल्ली में हुए आंदोलन इस बात के प्रमाण हैं, जहां किसानों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी थी, लेकिन इसके बावजूद उनके मुद्दे जस के तस हैं इसलिए भारतीय किसान संघ का आग्रह है कि किसानों के नाम पर राजनैतिक चुनावी पैंतरेबाजी बंद होनी चाहिए।बीकेएस के वरिष्ठ नेता ने किसानों के शांतिपूर्ण आंदोलनों की याद दिलाते हुए कहा कि 19 दिसंबर को देशभर से आए एक लाख किसानों ने दिल्ली के रामलीला मैदान में अपनी मांगों को लेकर किसान गर्जना रैली की थी। यह अनुशासित और शांतिपूर्ण प्रदर्शन था, जिसमें देश भर से किसान दिल्ली आए, शांतिपूर्ण एवं लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात सरकार से कही और बिना किसी को परेशान किए वापस लौट गए। उन्होंने किसानों के हित में अपनी मांगों को दोहराते हुए फिर से सरकार के सामने कई मांगें रखी।