भोपाल ।  स्टायपेंड (शिष्यवृत्ति) बढ़ाने, विभागों में भर्ती करने, छुट्टी देने समेत अपनी चार सूत्रीय मांगों को लेकर भोपाल में आयुष डाक्टरों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है। वे पं. खुशीलाल शर्मा शासकीय स्वशासी आयुर्वेद कालेज परिसर में भूख हड़ताल कर रहे हैं। कालेज के छात्र-छात्राएं, इंटर्न, गृह चिकित्सक, पीजी स्कालर्स प्रदर्शन में शामिल हैं। अनिश्चितक़ालीन धरना प्रदर्शन जो कि विगत दस दिन से चल रहा है । सोमवार से क्रमिक भूख हड़ताल का पर आयुष चिकित्सक 24 घंटे निरंतर भूख हड़ताल पर बैठे है। साेमवार को शाम को आयुर्वेद कालेज से कैंडल मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन किया गया।

इन मांगों को लेकर प्रदर्शन

प्रदेश के आयुर्वेद के प्रशिक्षुओं (इंटर्न) गृह चिकित्सकों एवं स्नोकोत्तर अध्येताओं को दिए जाने वाले स्टायपेंड को समयानुसार संशोधित न किए जाने के कारण विसंगति उत्पन्न हो रही है। इसलिए भारतीय केंद्रीय चिकित्सा परिषद के नियमानुसार आयुर्वेद अध्येताओं को शिष्यवृत्ति मानदेय में वृद्धि कर राज्य के अन्य विभागों की तरह उपभोक्ता मूल्य सूचकांक से जोड़ें। वहीं, शिष्यावृत्ति में प्रतिवर्ष वृद्धि, वर्ष के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर करें। मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर द्वारा स्नातक एवं स्नाकोत्तर अध्येताओं की परीक्षा एवं अन्य शैक्षणिक गतिविधियों को विश्वविद्यालय द्वारा शैक्षणिक दैनंदिनी (अकादमिक कैलेंडर) अनुसार पूर्ण किया जाए। सत्र 2018-19 और 2019-20 की विलंब से चल रही शैक्षणिक गतिविधियां समय से पूर्ण कराई जाए। मध्यप्रदेश शासन के अंतर्गत लोक सेवा आयोग द्वारा आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी के लिए प्रतिवर्ष नए पदों को प्रतिवर्ष उपाधि प्राप्त करने वाले स्नातक एवं स्नाकोत्तर अध्ययेताओं के सम्मिलित अनुपात में नवीन पदों को सृजित किया जाए। साथ ही नगर निगम, पुलिस, वन, जेल आदि विभागों में प्रतिवर्ष भर्ती के लिए विज्ञप्ति जारी कर परीक्षा आयोजित कराई जाए। प्रदेश के आयुर्वेद स्नाकोत्तर अध्येताओं को अन्य राज्यों की तरह चिकित्सीय अवकाश प्रदान किया जाए।