लंबे समय तक भारतीय टेस्ट टीम का अहम हिस्सा रहे विकेटकीपर-बल्लेबाज रिद्धिमान साहा ने क्रिकेट के सभी प्रारूप से संन्यास का एलान कर दिया है। साहा इस समय अपने घरेलू राज्य बंगाल के लिए रणजी ट्रॉफी खेल रहे हैं। उन्होंने बताया है कि मौजूदा रणजी सीजन उनका आखिरी सीजन होगा और इसके बाद वह खेल को अलविदा कह देंगे। साहा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर इस बात की जानकारी दी।

साहा उस टीम का हिस्सा थे जिसने विराट कोहली की कप्तानी में पहली बार साल 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में टेस्ट सीरीज में मात दी थी। यहां से साहा का करियर ढलान पर आ गया और ऋषभ पंत के आने के बाद से टीम मैनेजमेंट ने उन्हें साइडलाइन कर दिया।

शानदार रहा सफर

साहा ने अपने पोस्ट में बताया है कि वह उन सभी लोगों के शुक्रगुजार हैं जिन्होंने इस सफर में उनका साथ दिया। साहा ने लिखा, "क्रिकेट में एक शानदार सफर के बाद, मौजूदा सीजन मेरा आखिरी सीजन होगा। मैं आखिरी बार बंगाल का प्रतिनिधित्व कर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। रिटायर होने से पहले मैं आखिरी बार रणजी ट्रॉफी खेलूंगा। इस शानदार सफर में साथ देने के लिए आप सभी का शुक्रिया। आपका साथ मेरे लिए काफी मायने रखता है। आइए इस सीजन को और यादगार बनाते हैं।"

नंबर-2 हैं साहा

साहा ने भारत के लिए अपना आखिरी मैच साल 2021 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। इस सीरीज में उन्होंने कई शानदार पारियां खेली थीं, लेकिन राहुल द्रविड़ के आने के बाद से साहा को साइडलाइन कर दिया गया था। साहा टेस्ट में भारत के लिए सबसे ज्यादा शतक लगाने के मामले में दूसरे नंबर पर हैं। उनके नाम तीन टेस्ट शतक हैं। उनसे आगे महेंद्र सिंह धोनी और ऋषभ पंत हैं जिनके नाम छह-छह शतक हैं।

साहा ने भारत के लिए कुल 40 टेस्ट मैच खेले जिसमें 29.41 की औसत से 1353 रन बनाए जिसमें तीन शतक के अलावा छह अर्धशतक शामिल रहे। वनडे में उन्होंने भारत के लिए नौ मैच खेले जिसमें सिर्फ 41 रन बनाए।