भारत ने बांग्लादेश से सीमा पार अपराधों पर सख्त कदम उठाने की जताई उम्मीद
भारत ने बांग्लादेश को स्पष्ट कर दिया है कि वह पड़ोसी देश से सीमा-पार अपराधों के खात्मे के लिए समुचित कदम उठाएगा। केंद्र सरकार ने लोकसभा में बताया कि बांग्लादेश से लगी लगभग 864.482 किलोमीटर की सीमा पर अभी भी बाड़ लगाई जानी बाकी है और इसमें 174.514 किलोमीटर की गैर-व्यवहार्य खाई भी शामिल है।
तृणमूल कांग्रेस सांसद ने उठाया सवाल
भारत-बांग्लादेश सीमा पर बाड़ लगानेके बारे में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद सजदा अहमद द्वारा उठाए गए सवालों के जवाब में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री (एमओएस) नित्यानंद राय ने मंगलवार को बताया कि भारत दोनों सरकारों और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और बार्डर गार्ड बांग्लादेश के बीच सभी प्रोटोकाल और समझौतों का पालन करता है।
बांग्लादेश द्वारा सभी पूर्व समझौतों को लागू किया जाएगा
राय ने अपने लिखित उत्तर में कहा, ''भारत सरकार की उम्मीद है कि बांग्लादेश द्वारा सभी पूर्व समझौतों को लागू किया जाएगा और सीमा पार अपराधों से निपटने के लिए एक सहयोगी दृष्टिकोण अपनाया जाएगा, जिसे बांग्लादेश सरकार को भी बताया गया है।''
ध्यान रहे कि जनवरी की शुरुआत में ही बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर हाल ही में बाड़ लगाने पर ''गहरी चिंता'' जताई थी और अपनी आपत्तियों को व्यक्त करने के लिए ढाका में भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा को तलब किया था।
सीमा पर 3,232.218 किलोमीटर पर बाड़ लगाई जा चुकी है
राय ने सदन को बताया कि भारत-बांग्लादेश सीमा के 4,096.7 किलोमीटर में से 3,232.218 किलोमीटर पर बाड़ लगाई जा चुकी है। बाड़ लगाने की परियोजनाओं के व्यवहार्य हिस्सों को पूरा करने में आने वाली चुनौतियां भूमि अधिग्रहण, बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) की सीमित कार्य अवधि पर आपत्तियां तथा भूस्खलन और दलदली भूमि से संबंधित हैं।
सीमा की सुरक्षा के लिए बाड़ लगाना महत्वपूर्ण
सीमा की सुरक्षा के लिए बाड़ लगाना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह तस्करी, अपराधियों की आवाजाही और सीमा पार आपराधिक गतिविधियों की चुनौतियों का समाधान करके अपराध मुक्त सीमा सुनिश्चित करने में मदद करती है।