बैरसिया। भोपाल स्टेट के आखिरी जागीरदार, गढ़ा जागीर के जागीरदार और पूर्व जनपद पंचायत अध्यक्ष रावत जंगबहादुर सिंह का रविवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया है। रविवार को उनका पार्थिव शरीर को पंचतत्व में विलीन हो गया है।

स्वतंत्रता से पूर्व गढ़ा जागीर भोपाल स्टेट के अधीन था। जब भोपाल स्टेट का विलय स्वतंत्र भारत में हुआ तो सभी जागीरदारों ने सरकार से एक शर्त रखी थी। इसमे एक मुश्त राशि या फिर मासिक पेंशन जागीरदारों को देना पड़ेगा। इस पर सरकार ने सहमति दे दी थी। 

इसमे गढ़ा जागीर के उस समय जागीरदार रावत जंगबहादुर सिंह उर्फ लाल साहब थे। इससे उन्हें हर माह मासिक पेंशन दिया जाता था। भोपाल स्टेट के यह आखिरी जागीरदार थे। जंगबहादुर सिंह का पूरा जीवन सामाजिक रहा है। मिलनसार होने के कारण यह बैरसिया जनपद पंचायत के अध्यक्ष भी रहे है। इसके साथ ही बैरसिया हिन्दू उत्सव समिति के अध्यक्ष भी रहे है। स्वर्गीय पूर्व राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा के साथ रहकर कांग्रेस के कई पदों पर रहे जंगबहादुर सिंह सोलंकी का निधन रबिबार को हो गया। भोपाल स्टेट के गढ़ा जागीर के आखरी जागीरदार बैरसिया कांग्रेस के बरिष्ठ नेता रावत जंगवहादुरसिंह सोलंकी लाल साहब सामाजिक क्षेत्र में पिछले 50 बर्ष से सक्रिय रहे।आज ग्रह ग्राम गढ़ा जागीर में उन्होंने अंतिम सांस ली वे 90 वर्ष के थे।उन्हें उनके सुपुत्र महेन्द्रपालसिंह सोलंकी बाबू बना ने मुखअग्नि दी लाल साहब अपने पीछे भरापूरा परिवार छोड़ गये!लाल साहब के निधन से बैरसिया क्षेत्र में सोलंकी परिवार में गहरा दुख हुआ है और क्षेत्र में खालीपन-सा महसूस हो रहा है। बैरसिया क्षेत्र में सामाजिक राजनीतिक क्षेत्र में सदैव याद किया जाएगा।लाल साहब ने सभी समाज में अलग ही पहचान बनाई थी। उन्होंने पूरी जिंदगी मूल्यों को लेकर कोई समझौता नहीं किया। लाल साहब स्वयं को एक सामाजिक कार्यकर्ता मानते थे विविध कार्यों में उनकी गहरी संलग्नता थी। सामाजिक मुद्दों पर बेबाक राय रखते थे, उनके लिए शामिल होते थे इसलिए उनके जानने वाले उन्हें एक आदर्श सामाजिक कार्यकर्ता भी मानते थे। वह सामाजिक राजनितिक मुद्दों पर हमेशा बेबाक राय रखते थे। दुनिया भर के देशों की संस्कृति और रीति-रिवाजों की जानकारी रखने का भी उनको बहुत शौक़ था।

 जागीरदार होते हुए भी उनमें इस बात का कोई अहम नही था। वह सीधे-सादे सादगी पसंद इंसान थे। लाल साहब एक आला इंसान थे। वे बहुत ही नरम दिल इंसान थे। लोगों की नि:स्‍वार्थ भाव से बहुत मदद करते थे। ऐसे कई अवसर आए जब उन्‍होंने सभी क्षेत्र के लोगों की सहायता की। वह समाजवादी विचारधारा को बहुत मानते थे। उनमें किसी प्रकार की लालसा या महत्‍वाकांक्षा बिल्‍कुल भी नहीं थी। राजनीतिक रूप से भी वह बहुत सुलझे हुए इंसान थे। राजनेताओं के सामने अपने पक्ष को बड़े ही बेबाक रूप से रखते थे।भोपाल स्टेट के आखिरी जागीरदार आज पंचतत्व में विलीन हो गये जंगबहादुर सिंह सोलंकी के निधन पर भोपाल, विदिशा, राजगढ़ सीहोर से सरपंच जनपद सदस्य जिला पंचायत सदस्य के साथ समाज सभी संगठन बैरसिया क्षेत्र के हजारों लोगों के साथ विधायक विष्णु खत्री, पूर्व विधायक भक्तपाल सिंह राठौड़, पूर्व विधायक जोधाराम गुर्जर, मप्र वेयर हाउसिंग निगम के अध्यक्ष बटन लाल साहू,भोपाल जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष शेरसिंह ठाकुर बैरसिया जनपद पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि कुबेर सिंह गुर्जर, कांग्रेस नेता अवनीश भार्गव, भाजपा नेता गोपाल सिंह मीणा, पर्वत सिंह पटेल, गोपलदास आगर सहित अनेकन गणमान्य लोगों ने शोक व्यक्त किया है।

न्यूज़ सोर्स : CE, Gajendra Singh Solanki