सना। यमन में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त राष्ट्रपति परिषद ने सोमवार को एक अप्रत्याशित कदम में प्रधानमंत्री माईन अब्दुलमलिक सईद को बर्खास्त कर दिया है। सईद 2018 से यमन के प्रधानमंत्री थे लेकिन अब उनसे यह पद छीन लिया गया है। खास बात यह है कि अब यह पद विदेश मंत्री अहमद अवद बिन मुबारक को देश का नया प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिया गया है।राष्ट्रपति परिषद ने विदेश मंत्री अहमद अवद बिन मुबारक को ऐसे वक्त में पीएम बनाया है, जब अमेरिका के नेतृत्व वाला सैन्य गठबंधन यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों को निशाना बना रहा है। हालांकि, इस बदलाव के पीछे राष्ट्रपति परिषद ने कोई बड़ा कारण बना दिया है। 
यमन में पिछले एक दशक से युद्ध चल रहा है, जिसके चलते मिडिल ईस्ट का यह मुल्क गरीब रह गया है और उसकी अर्थव्यवस्था तक तबाह हो गई है। हूती विद्रोहियों और नागरिकों समेत डेढ लाख से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। हाल ही में हूती और सऊदी अरब के बीच बातचीत हुई थी,। इसमें चर्चा हुई थी, कैसे इस गृह युद्ध को समाप्त किया जाए। हूती और सऊदी अरब के बीच हुई बातचीत में संघर्ष विराम को लेकर सकारात्मक चर्चा हुई है। दोनों ही इस मुद्दे का राजनीतिक समाधान निकालने के प्रयास कर रहे हैं। ऐसे में यह देखना होगा कि आखिर यमन गृह युद्ध की चपेट से कब खुद को उबार पाता है। अहम बात यह भी है कि एक वक्त जब सऊदी और हूतियों के बीच संघर्ष विराम को लेकर बातचीत हो रही है तो उसी दौरान यमन के प्रधानमंत्री बदले गए हैं। विदेश मंत्री अहमद अवद बिन मुबारक को पीएम बनाया गया है, जो कि सऊदी अरब के ही करीबी हैं।यमन 2014 से ही गृह युद्ध का सामना कर रहा है। ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने उस दौरान राजधानी सना और उत्तर के अधिकांश हिस्से पर कब्जा कर लिया था। ऐसे में सऊदी अरब के नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन ने गृह युद्ध में हस्तक्षेप किया था। 2015 से ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार लगातार दोबारा अपनी सत्ता हासिल करने के लिए हूती विद्रोहियों से लड़ रही है, लेकिन अभी तक उसे सफलता नहीं मिली है।