अमेरिकी सेना ने बुधवार को एलान किया है कि उसने अपने ऑस्प्रे वी-22 हेलीकॉप्टर्स की पूरी फ्लीट को ग्राउडेंड रखने का फैसला किया है। इसका मतलब है कि ऑस्प्रे वी-22 हेलीकॉप्टर्स की उड़ानों पर रोक लगा दी है। बता दें कि एक हफ्ते पहले ही जापान के तट पर ऑस्प्रे एयरक्राफ्ट क्रैश हो गया था, जिसमें एयर फोर्स ऑपरेशंस कमांड सर्विस के आठ सदस्यों की मौत हो गई थी। 

जापान हादसे की जांच के बाद फैसला

जापान के तट पर हुए हादसे के बाद हुई जांच के बाद अमेरिका की सेना, वायुसेना और नौसेना ने ऑस्प्रे एयरक्राफ्ट की सैंकड़ों विमानों वाली फ्लीट की उड़ान पर प्रतिबंध लगा दिया है। दरअसल जापान के तट पर हुए हादसे की जांच में पता चला है कि विमान में तकनीकी खराबी के चलते यह हादसा हुआ और इसमें क्रू सदस्यों की कोई गलती नहीं थी। बता दें कि हाल के समय में ऑस्प्रे विमान कई हादसों के शिकार हो चुके हैं, जिसके बाद इन विमानों में सेफ्टी को लेकर सवाल खड़े हुए हैं। हादसों के बाद जापान ने भी अपने 14  ऑस्प्रे विमानों की फ्लीट की उड़ान पर प्रतिबंध लगा दिया है। 

बता दें कि ऑस्प्रे विमानों के क्रैश होने की जांच अभी भी चल रही है लेकिन तब तक अमेरिकी सेना ने एहतियातन इन विमानों की उड़ानों पर रोक लगा दी है। अमेरिकी वायुसेना ने कहा है कि ऑस्प्रे विमानों की उड़ान पर रोक कब तक लागू रहेगी, इसकी जानकारी नहीं है लेकिन हादसों की जांच पूरी होने और विमानों में  संभावित तकनीकी खामी को दूर करने के बाद ही विमानों के फिर से संचालन का फैसला किया जाएगा। 

20 महीनों में कई हादसों का शिकार हो चुके हैं ऑस्प्रे विमान

ऑस्प्रे एयरक्राफ्ट एक हेलीकॉप्टर की तरह उड़ान भरने और लैंड करने में सक्षम है लेकिन इसकी खास बात ये है कि यह एक विमान की तरह उड़ान के दौरान ही इसके प्रोपेलर और क्रूज तेजी से रोटेट करने में सक्षम है। अमेरिकी एयरफोर्स के स्पेशल ऑपरेशन कमांड के पास 51 ऑस्प्रे एयरक्राफ्ट हैं। वहीं यूएस मरीन कॉर्प्स के पास 400 से ज्यादा और यूएस नेवी ऐसे 27 विमानों का संचालन करती है। बीते 20 महीनों में ऑस्प्रे के चार विमान क्रैश हुए हैं, जिनमें 20 लोगों की मौत हुई है।