राजधानी सहित छत्‍तीसगढ़ में मानसून की गतिविधियां कम हो गई हैं। वहीं, अगले कुछ दिनों तक इसमें कोई विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं दिखाई दे रही है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार मानसून द्रोणिका पश्चिम की ओर चला गया है। इसकी वजह से राजधानी सहित प्रदेशभर में वर्षा की गतिविधियों में कमी देखने को मिल रही है।

वहीं, सोमवार प्रदेश के एक दो स्थानों पर हल्की बारिश होने के आसार हैं, जबकि एक से दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ वज्रपात होने की संभावना है। इसके अलावा राजधानी में सोमवार को मौसम आंशिक रूप से मेघमय रहेगा और देर शाम तक बौछारें पड़ने की संभावना है।

वहीं, रविवार को राजधानी में उमस भरी गर्मी ने लोगों को परेशान किया। इसी बीच सर्वाधिक तापमान 35.1 डिग्री सेल्सियस डोंगरगढ़ में दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 23.7 डिग्री सेल्सियस जगदलपुर में रहा। वहीं, प्रदेश के सूक्ष्म हिस्सों में बारिश दर्ज की गई। जिसमें सर्वाधिक वर्षा राजपुर, शंकरगढ़ और कुसमी में तीन सेमी दर्ज किया गया, जबकि अन्य स्थानों पर इससे कम वर्षा दर्ज की गई।

मानसून द्रोणिका का पश्चिमी छोर हिमालय की तराई में

मौसम विभाग के अनुसार मानसून द्रोणिका का पश्चिमी छोर हिमालय की तराई में चला गया है, जबकि पूर्वी छोर औसत समुद्र तल पर गाेरखपुर, दरभंगा तथा माल्दा से होकर पूर्व की ओर नागालैंड तक विस्तारित है। एक ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण पश्चिमोत्तर बंगाल की खाड़ी के ऊपर समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊंचाई पर विस्तारित है। इसलिए मानसून की गतिविधियां कम होती दिखाई दे रही हैं।

फिर शुरू हो गए कूलर और एसी

पिछले दिनों से राजधानी में अच्छी बारिश नहीं देखने को मिल रही है। इसकी वजह से लोगों को उमस भरी गर्मी में दिनभर पसीने से तर बतर होना पड़ रहा है। वहीं, अब लोगों के घरों में दोबारा से कूलर और एसी चालू हो गए हैं और लोग इसके बिना दोपहर में तो रहना ही मुश्किल हो गया है।