ट्यूनीशिया के जेरबा में एक यहूदी धर्मिक स्थल के पास हुई गोलीबारी में एक सुरक्षा गार्ड समेत तीन की मौत हो गई, जबकि 10 अन्य घायल हो गए। यरुशलम पोस्ट ने यह जानकारी दी। 

ट्यूनीशियाई आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि नौसेना के एक जवान ने मंगलवार को एक सहयोगी और दो नागरिकों की गोली मारकर हत्या कर दी, क्योंकि उसने वार्षिक यहूदी तीर्थयात्रा के दौरान जेरबा के एक धार्मिक स्थल तक पहुंचने की कोशिश की थी। हमलावर को सुरक्षा गार्डों ने मार गिराया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि मारे गए नागरिक फ्रांसीसी और ट्यूनीशियाई थे। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि मारे गए नागरिक तीर्थयात्री थे। गृह मंत्रालय ने कहा कि घायलों में छह सुरक्षा एजेंट और चार नागरिक शामिल हैं।

सुरक्षा के लिए धार्मिक स्थल को किया गया बंद

मंत्रालय ने कहा कि धार्मिक स्थल को बंद कर दिया गया था और जो लोग अंदर थे उन्हें सुरक्षित रखा गया। अधिकारी घटना की जांच कर रहे हैं। जेरबा ट्यूनीशिया का मुख्य यहूदी समुदाय का धार्मिक स्थल है।

20 लोगों की हो गई थी मौत

2002 में जेरबा में तीर्थयात्रा के दौरान मंदिर के प्रवेश द्वार पर एक ट्रक बम विस्फोट में करीब 20 लोगों की मौत हो गई थी। अल कायदा ने उस हमले की जिम्मेदारी ली थी। हमले में मारे गए लोग जर्मन, फ्रांसीसी और ट्यूनीशियाई थे। 

धार्मिक स्थल के प्रवेश द्वार पर मारा गया आरोपी

मंत्रालय ने कहा कि आरोपी ने धार्मिक स्थल पर पहुंचकर वहां तैनात सुरक्षा इकाइयों पर गोलियां चलाईं। हालांकि, सुरक्षा कर्मियों ने भी जवाबी फायरिंग की। जवाबी फायरिंग में आरोपी प्रवेश द्वार पर पहुंचने से पहले ही मारा गया। घटना का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। जिसमें गोलियों की आवाज के बीच दहशत में आए लोग इधर-उधर भागते हुए नजर आ रहे हैं।