भोपाल ।   मध्‍य प्रदेश के सरकारी स्कूलों में अब रटंत शिक्षा के बदले प्रोजेक्ट वर्क पर फोकस किया जाएगा, ताकि विद्यार्थी आसानी से सीख सकें। इसके लिए मध्य प्रदेश का स्कूल शिक्षा विभाग यहां के अधिकारियों, प्राचार्यों को लद्दाख के इनोवेटर और शिक्षाविद सोनम वांगचुक के स्कूल का अवलोकन करने भेज रहा है। शिक्षकों का पहला दल दौरा कर चुका है। विभाग की ओर से दो दलों को और भेजा जाएगा।

खेल-खेल में बच्चों को पढ़ाई

इस स्कूल की तर्ज पर मध्य प्रदेश के स्कूलों में भी हैप्पीनेस के साथ-साथ खेल-खेल में बच्चों को पढ़ाई कराई जाएगी। इन स्कूलों में विद्यार्थियों के मानसिक तनाव को कम करने के गुर सिखाए जाएंगे। इसके लिए हैप्पीनेस करिकुलम तैयार किया जाएगा, ताकि विद्यार्थियों को आनंदमय वातावरण में खेल-खेल में पढ़ाया जा सके। इसके लिए विभाग शिक्षकों, प्राचार्यों व अधिकारियों के दो दलों को लद्दाख के स्कूल का अवलोकन करने भेज रहा है। एक दल वहां के स्कूल का निरीक्षण कर यहां अपने-अपने सुझाव दे चुका है। इस पर प्रजेंटेशन भी प्रस्तुत किया जाएगा।

प्रोजेक्ट आधारित पढ़ाई कराई जाती है

लद्दाख के स्कूल का अवलोकन कर लौटे उत्कृष्ट विद्यालय के प्रचार्य सुधाकर पाराशर ने बताया कि इस स्कूल को कक्षावार नहीं बांटा गया है, बल्कि एक ही स्कूल होता है। साथ ही वहां रटंत शिक्षा नहीं दी जाती है, बल्कि सीखने और सिखाने की प्रक्रिया पर आधारित शिक्षा होती है। प्रैक्टिकल और प्रोजेक्ट वर्क आधारित पढ़ाई कराई जाती है।

स्कूलों में किए जा रहे नवाचार पर हुई चर्चा

मध्य प्रदेश ओपन स्कूल बोर्ड की ओर से सीएम नवाचार पुरस्कार वितरण कार्यक्रम सोमवार को तुलसी नगर स्थित संस्कृत बोर्ड के भरत सभागार में आयोजित किया गया। इसमें स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने अध्यक्षता की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सोनम वांगचुक भी शामिल हुए। इस दौरान स्कूलों में किए जा रहे नवाचार पर भी चर्चा हुई।

कौन हैं सोनम वांगचुक

57 वर्षीय सोनम वांगचुक लद्दाख में 1986 से अपना निजी स्कूल और विश्वविद्यालय चला रहे हैं, जहां बच्चों को प्रोजेक्ट वर्क पर प्रैक्टिकल आधारित शिक्षा दी जाती है। इस स्कूल में बच्चों को तकनीकी रूप से भी दक्ष बनाया जाता है। यहां के बच्चे शिक्षा को बोझ की तरह नहीं, बल्कि खेल तरह लेते हैं। वांगचुक का स्कूल देशभर में चर्चित है। फिल्म थ्री-इडियट्स में आमिर खान का किरदार उन्हीं से प्रेरित बताया जाता है।

इनका कहना है

विभाग के प्राचार्यों व अधिकारियों के दल को लद्दाख स्थित सोनम वांगचुक के स्कूल का अवलोकन करने के लिए भेजा गया था। सभी से सुझाव लिए जा रहे हैं।

-राजीव तोमर, अपर संचालक, लोक शिक्षण संचालनालय