मध्य प्रदेश की वर्तमान विधानसभा चुनाव की राजनीति के अंतर्गत अब मतदान को लगभग सात दिवस शेष रह गए हैं । वहीं दूसरी और चुनाव प्रचार के अंतर्गत जनता के बीच कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार जब पूरी तरह हार स्वीकार नहीं कर पा रहे तो जनता को लुभाने के लिए पैसा एवं शराब बांटने का कार्य कर रहे हैं । ऐसा ही एक मामला आज सुबह पूर्व मंत्री रहे विवादास्पद वर्तमान विधायक उमंग सिंगार जो गंधवानी विधानसभा सीट से एक बार फिर कांग्रेस की उम्मीदवार चुने गए हैं , उनके प्रचार वाहन से 26 पेटी अवैध शराब जप्त की गई है । कुल मिलाकर कांग्रेस पार्टी के द्वारा शराब एवं पैसा बांटने के साथ-साथ हर तरह का प्रलोभन मध्य प्रदेश के कई विधानसभा में किया जा रहा है ।

 लगभग आठ लाख रुपए की अवैध शराब पूर्व मंत्री के प्रचार वाहन से जप्त
 ।
 कल रात कों FST टीम को सूचना मिली विधानसभा चुनाव के अंतर्गत अवैध शराब बांटी जा रही है. जिसके बाद टीम मौके पर पहुंची और धार जिले की गंधवानी में पुलिस ने कांग्रेस के प्रचार वाहन से 26 पेटी अवैध शराब जप्त की थी, जिस पर गंधवानी विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी उमंग सिंघार के पोस्टर भी लगे थे. जिसके बाद पुलिस ने कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व मंत्री उमंग सिंघार समेत 3 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.  इसके पहले सागर और भिण्ड जिले बीजेपी और आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
नेता और पूर्व मंत्री उमंग सिंगार एक बार फिर से मुश्किलों में घिरे हैं. उमंग सिंगार सहित तीन लोगों पर अवैध शराब परिवहन का मामला दर्ज किया है.धार जिले के गंधवानी में गुरुवार सुबह कांग्रेस प्रत्याशी उमंग सिंघार पर केस दर्ज किया गया है. बुधवार रात उनके प्रचार वाहन से अंग्रेजी शराब की 26 पेटियां पकड़ी गईं. सिंघार के अलावा गाड़ी के ड्राइवर सीताराम केशरिया और गाड़ी में मौजूद सचिन मुलेवा को भी आरोपी बनाया गया है.


 पत्नी के द्वारा शोषण एवं बलात्कार के आरोप भी लग चुके है । 

गंधवानी से विधायक उमंग सिंघार के खिलाफ उनकी पत्नी ने दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि पीडब्ल्यूडी कार्यालय के पीछे विधायक निवास में उमंग सिंघार ने नवंबर 2021 से लेकर 18 नवंबर 2022 के बीच दुष्कर्म किया और मारपीट कर अभद्र व्यवहार भी किया। महिला ने विधायक पर अप्राकृतिक कृत्य किए जाने का भी आरोप लगाया । नौगांव पुलिस ने इन सभी आरोपों के आधार पर उमंग सिंगार के खिलाफ आइपीसी की धारा 376, 377 और 498 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया था। हालांकि इस मामले में हाईकोर्ट के द्वारा लगभग 2 वर्ष की पश्चात संबंधित रिपोर्ट को खारिज कर दिया गया ।


 दिग्विजय सिंह को ब्लैक मेलर एवं माफिया बताया था । 

गंधवानी से विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री उमंग सिंगार का विवादों से बड़ा नाता रहा है । मध्य प्रदेश में जब कांग्रेस पार्टी की सरकार थी तब उमंग सिंघार फॉरेस्ट मंत्री हुआ करते थे । तत्कालीन कांग्रेस की सरकार में उमंग सिंगार पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से इतनी अधिक प्रताड़ित एवं परेशान हो चुके थे कि उन्होंने सबूत के साथ पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह  पर एक पत्रकार वार्ता के दौरान आरोपी की बौछार लगा दी थी । उमंग सिंघार ने दिग्विजय सिंह को मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा ब्लैक मैलर एवं माफिया बताया था  एवं दिग्विजय सिंह को सरकार को अस्थिर करने एवं प्रत्येक मंत्री से वसूली करने का भी आप दिग्विजय सिंह पर लगाया । बाद में दिग्विजय सिंह ने इन सभी आरोपों का खंडन करने के साथ मंत्री पर ही कई आरोप लगा डाले थे । कुल मिलाकर उमंग सिंघार पर हाल ही में लगा आप प्रत्यक्ष घटना है , एवं उमंग सिंगार एक बार फिर आवे तो शराब बांटने एवं परिवहन के आरोप में आरोपी बना चुके हैं ।