भोपाल ।   विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस विधायक दल की पहली बैठक पार्टी के प्रदेश कार्यालय में हुई। सुबह तकरीबन साढ़े ग्यारह बजे शुरू हुई इस बैठक में हालिया विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के कारणों के साथ विधायक दल के नेता के चयन को लेकर चर्चा की गई। बैठक में स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह, राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी उपस्थित रहे। पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ इस बैठक में शामिल नहीं हो पाए। बैठक में एक लाइन का प्रस्ताव पारित किया गया। इसमें कहा गया कि विधायक दल के नेता का चयन केंद्रीय नेतृत्व करेगा। दरअसल, लोकसभा चुनाव को देखते हुए संगठन में कसावट लाने की तैयारी चल रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने भी विधानसभा चुनाव में हारे और जीते सभी उम्मीदवारों से संगठन को लेकर रिपोर्ट मांगी है। इसके आधार पर प्रदेश इकाई में पदाधिकारियों के दायित्व में परिवर्तन होगा।

अजय सिंह सहित पांच नेताओं की दावेदारी

विधायक दल के नेता के लिए पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह सहित पांच नेताओं की दावेदारी है। इसमें राजेंद्र कुमार सिंह, रामनिवास रावत, बाला बच्चन और उमंग सिंघार शामिल हैं। विधायकों से रायशुमारी करने के बाद ही पार्टी विधायक दल के नेता का चयन करेगी। स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह और राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला विधायकों का मत लेने के बाद इस संबंध में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा करेंगे।

प्रदेश उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर ने छोड़ा पद

उधर, प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर ने पद छोड़ दिया। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को लिखे पत्र में बताया पार्षद से लेकर अलग-अलग मुख्यमंत्रियों के साथ काम करने का सौभाग्य मिला। संगठन में जो दायित्व दिया गया, उसका पूरी ईमानदारी से निर्वहन किया। अब मैं इंदौर रहने लगा हूं और पारिवारिक दायित्व निभाना है। भोपाल में रहकर परिवार के प्रति न्याय नहीं कर पाऊंगा, इसलिए संगठन के पद छोड़ रहा हूं।