भारत ने नागपुर में खेले गए चार मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया को पारी और 132 रनों से हरा दिया. टीम इंडिया के फैंस और टीम इस जीत का जश्न अच्छे से मना ही रहे थे कि आईसीसी ने उसे एक बुरी खबर दे दी. आईसीसी ने भारतीय ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा पर 25 फीसदी का जुर्माना लगाया है. आईसीसी ने जडेजा को लेवल-1 के नियम के उल्लंघनों का दोषी पाया और ये जुर्माना लगाया.

आईसीसी ने एक बयान जारी कर इस बात की जानकारी दी.आईसीसी ने बताया कि जडेजा ने नागपुर में खेले गए पहले टेस्ट मैच के दौरान उसकी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.20 का उल्लंघन किया है.ये बात ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के 46वें ओवर की है.

मैच के पहले दिन नौ फरवरी को जडेजा को अपने हाथ की उंगली पर क्रीम लगाते हुए देखा गया था. जडेजा का एक वीडियो सामने आया था जिसमें वह मोहम्मद सिराज से कुछ लेकर अपने बाएं हाथ की उंगली पर लगा रहे हैं. इसी कारण ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने जडेजा को चीटर कहा था लेकिन भारतीय टीम मैनेजमेंट ने बताया था कि जडेजा की उंगली में चोट थी और वह बाएं हाथ पर क्रीम लगा रहे थे. लेकिन ये मैदानी अंपायरों की अनुमित के बिना दिया गया था.

आईसीसी ने अपने बयान में बताया है कि जडेजा ने अपनी गलती मान ली और आईसीसी मैच रैफरी एंडी प्रायक्रॉफ्ट द्वारा दी गई सजा को कबूल कर लिया इसलिए कोई आधिकारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी. मैच रैफरी ने इस बात को माना कि जडेजा ने उंगली पर क्रीम सिर्फ मेडिकल कारणों के चलते ही लगाई थी और उनकी मंशा बॉल टेम्परिंग की नहीं थी. इसने गेंद की स्थिति को भी नहीं बदला था. मैदानी अंपायर नितिन मेनन, रिचर्ड लिंगवर्थ,तीसरे अंपायर माइकल गॉफ और चौथे अंपायर केएन अनंतपदमानाभन ने जडेजा पर आरोप लगाए थे.

जडेजा ने इस मैच में बल्ले और गेंद दोनों से शानदार खेल दिखाया और इसी कारण उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. जडेजा ने ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में विकेट पर टिकने नहीं दिया. उन्होंने पहली पारी में 22 ओवर गेंदबाजी की 47 रन देकर पांच विकेट अपने नाम किए. इसके बाद उन्होंने बल्ले से जौहर दिखाया और 70 रनों की पारी खेली. जडेजा ने 185 गेंदों का सामना कर नौ चौके मारे. दूसरी पारी में जडेजा ने दो विकेट अपने नाम किए.