अहमदाबाद | प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के काफी भरोसेमंद और गुजरात के भावनगर के पूर्व विधायक सुनील ओझा का बुधवार को दिल्ली में हार्ट अटैक से निधन हो गया| सुनील ओझा के निधन से भाजपा में शोक व्याप्त है| सुनील ओझा के निधन पर पीएम मोदी ने ट्वीट कर गहरा दु:ख व्यक्त किया है| पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में कहा ‘भावनगर के पूर्व विधायक सुनीलभाई ओझा के निधन के समाचार आघातजनक हैं| भारतीय जनता पार्टी के संगठन के विस्तार में और समाज सेवा क्षेत्र में उनका योगदान हमेशा याद रहेगा| वाराणसी में भी सुनीलभाई का संगठनात्मक कार्य सराहनीय रहा है| प्रभु उनकी दिव्य आत्मा को शांति और परिवारजनों को यह दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करे, यही प्रार्थना|’ पीएम मोदी के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वासाणसी का 9 साल से प्रभार संभालने वाले सुनील ओझा ने हाल ही में काशी में रमेशभाई ओझा की कथा का आयोजन किया था| भावनगर के पूर्व विधायक पिछले 10 साल से वाराणसी में स्थायी हुए थे| गत मार्च महीने में ही सुनील ओझा को बिहार भाजपा का सह प्रभारी नियुक्त किया गया था| उससे पहले सुनील ओझा उत्तर प्रदेश भाजपा के सह प्रभारी थे| एक कुशल संगठनकार माने जाते सुनील ओझा करीब 30 वर्षों से पीएम मोदी के संपर्क में थे| वाराणसी लोकसभा सीट से नरेन्द्र मोदी को चुनाव जितवाने में सुनील ओझा की महत्वपूर्ण भूमिका रही है| 1998 में भावनगर दक्षिण विधानसभा सीट से पहली बार विधायक बने सुनील ओझा प्रारंभ में गुजरात  पूर्व मुख्यमंत्री केशूभाई पटेल के करीबी माने जाते थे| लेकिन 2002 में राजकोट चुनाव के बाद सुनील ओझा की नरेन्द्र मोदी के साथ निकटता बढ़ने लगी| भावनगर के मूल निवासी सुनील ओझा उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के गडौली धाम आश्रम को लेकर काफी चर्चा में रहे| मिर्जापुर में गंगा नदी के किनारे गडौली धाम आश्रम बनाया जा रहा है| बताया जाता है कि यह आश्रम सुनील ओझा की निगरानी में बनाया जा रहा है|