नई दिल्ली । रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने 1 अक्टूबर, 2023 को दिल्ली छावनी में आयोजित रक्षा लेखा विभाग (डीएडी) के 276 वें वार्षिक दिवस समारोह के दौरान कई डिजिटल पहलों की शुरुआत की। इस पहल में रक्षा मंत्रालय के लिए खातों, बजट और व्यय का सारांश; बिस्वास - बिल सूचना और कार्य विश्लेषण प्रणाली और ई-रक्षा आवास शामिल हैं। 
रक्षा मंत्री ने अपने संबोधन में डीएडी को रक्षा वित्त का संरक्षक बताया और पारदर्शी एवं कुशल प्रणाली के माध्यम से देश की रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने की दिशा में उसके प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा: हमारी इच्छाएँ असीमित हैं, लेकिन उपलब्ध संसाधन सीमित हैं। उन्होंने अधिकतम उत्पादन प्राप्त करते हुए संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग सुनिश्चित करने के लिए डीएडी की सराहना की।
राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार ने 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा है और डीएडी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस दृष्टिकोण को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि “अगर हम एक विकसित राष्ट्र बनाना चाहते हैं, तो हमें आधुनिक हथियारों और उपकरणों के साथ मजबूत सशस्त्र बलों की आवश्यकता होगी। इसलिए, हमारे पास उपलब्ध वित्तीय संसाधनों का प्रभावी ढंग से उपयोग करना आवश्यक है। सेवाओं की मांग और उपलब्ध संसाधनों के आवंटन के बीच एक अच्छा संतुलन होना चाहिए। 
मंत्री राजनाथ सिंह ने कई डिजिटल पहल शुरू करने के लिए डीएडी की सराहना की, उन्होंने विभाग की दक्षता और कार्यप्रणाली को और बढ़ाने के लिए कई सुझाव दिए। उन्होंने डीएडी के अधिकारियों से लगातार बदलते समय में उत्पन्न होने वाली जटिलताओं से निपटने के लिए अपनी पेशेवर क्षमताओं को विकसित करने का आह्वान किया। उन्होंने आवश्यकताओं के अनुसार उनसे अनुकूलित प्रशिक्षण मॉड्यूल विकसित करने और इसे अपनाने के लिए भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) और भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान (आईसीएआई) जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ सहयोग करने का आग्रह किया।