भारतीय टीम के महान बल्‍लेबाज सचिन तेंदुलकर अपनी पहली कश्‍मीर यात्रा पर हैं। तेंदुलकर ने गुलमर्ग की वादियों के बीच स्‍थानीय लोगों के साथ गली क्रिकेट का लुत्‍फ उठाया। 'क्रिकेट के भगवान' माने वाले सचिन तेंदुलकर ने अमन सेतु ब्रिज की यात्रा भी की। इसके अलावा जम्‍मू-कश्‍मीर के उरी सेक्‍टर में एलओसी भी गए।

तेंदुलकर ने इस दौरान अमन सेतु के सामने कमान पोस्‍ट पर काफी देर जवानों से बातचीत भी की। इससे पहले पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने स्‍थानीय बैट फैक्‍टरी की यात्रा भी की और याद किया कि उनकी बहन सविता ने उन्‍हें पहला बैट कश्‍मीर विलो का दिया था। इस तरह सचिन तेंदुलकर ने अपना गहरा कनेक्‍शन दिखाया।

तेंदुलकर ने एमजे स्‍पोर्ट्स बैट फैक्‍टरी की यात्रा का वीडियो शेयर करते हुए अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर बताया, ''सबसे पहला बल्‍ला मुझे मेरी बहन ने दिया और वो कश्‍मीर विलो बैट था। अब मैं यहां हूं तो कश्‍मीर विलो को तो मिलना बनता है। एक मजेदार तथ्‍य- कुछ मेरे पसंदीदा बल्‍ले केवल 5-6 ग्रेन के हैं। आपके बल्‍ले में कितने ग्रेन हैं?''

एमजे स्‍पोर्ट्स के मालिक मोहम्‍मद शाहीन पर्रे ने पीटीआई से बातचीत में कहा, ''हम बल्‍ले बनाने में व्‍यस्‍त थे, जब एक गाड़ी हमारे दरवाजे पर रुकी। हम मास्‍टर ब्‍लास्‍टर और उनके परिवार को देखकर आश्‍चर्यचकित हो गए। उन्‍होंने कुछ बल्‍ले के स्‍ट्रोक्‍स चेक किए और क्‍वालीटी से काफी खुश हुए। तेंदुलकर ने कहा कि वो कश्‍मीर विलो बैट की तुलना इंग्लिश विलो बैट से करने आए हैं। हमने उनसे गुजारिश की है कि वो स्‍थानीय बैट के समर्थन में अपनी आवाज दें।''

पर्रे ने बताया कि तेंदुलकर ने कश्‍मीर विलो बैट का समर्थन करने का वादा किया है। तेंदुलकर जब कश्‍मीर जा रहे थे, तब उन्‍हें साथी यात्रियों की तरफ से एक शानदार उपहार मिला। सचिन तेंदुलकर का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें फ्लाइट में बैठे यात्रियों ने सचिन...सचिन के नारे लगाकर क्रिकेटर का हौसला बढ़ाया।