नई दिल्ली । राजधानी ‎‎दिल्ली के लाल ‎किले से देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 1,800 ‎‎विशेष अ‎तिथियों की मौजूदगी में 77वें स्वतंत्रता ‎दिवस पर राष्ट्रध्वज फहराएंगे। इसके ‎‎लिए सभी तैया‎रियां पूरी हो चुकी हैं। उत्साह और उल्लास के प्रसंग पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 15 अगस्त को दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले से 77वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में देश का नेतृत्व करेंगे। रक्षा मंत्रालय ने रविवार को एक बयान में कहा कि लाल किले पर समारोह की तैयारियां पूरी हो गई हैं और इसका हिस्सा बनने के लिए देशभर से विभिन्न पेशों से जुड़े 1,800 लोगों को उनके जीवनसाथी के साथ ‘विशेष अतिथि’ के रूप में आमंत्रित किया गया है। जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे और इस ऐतिहासिक स्मारक की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करेंगे। बता दें ‎कि इस वर्ष के स्वतंत्रता दिवस पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ समारोह का समापन भी होगा। इसके साथ ही इसमें एक और नया अध्याय भी जुड़ने जा रहा है। वह यह ‎कि 2047 तक भारत को एक विकसित देश बनाने के सपने को साकार करने के लिए देश नए उत्साह के साथ ‘अमृत काल’ में प्रवेश करेगा। 
रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया कि विशिष्ट अतिथियों में 660 से अधिक ‘वाइब्रेंट विलेज’ के 400 से अधिक सरपंच; किसान उत्पादक संगठन योजना से जुड़े 250 लोग; प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के 50-50 प्रतिभागी; नई संसद भवन सहित सैंट्रल विस्टा परियोजना से जुड़े 50 श्रम योगी (निर्माण श्रमिक) शामिल हैं। इसमें कहा गया है कि इसके अलावा खादी कार्यकर्ता, सीमा पर स्थित सड़कों के निर्माण, अमृत सरोवर और हर घर जल योजना से जुड़े लोगों के साथ-साथ प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक, नर्स और मछुआरे भी शामिल हैं। प्रधानमंत्री के संबोधन के समापन पर एन.सी.सी. के कैडेट राष्ट्रगान गाएंगे। देश भर के विभिन्न स्कूलों के 110 बालक और बालिका एन.सी.सी. कैडेट (सेना, नौसेना और वायु सेना) भाग लेंगे। ज्ञानपथ पर सीटें लगाई गई हैं, जिन पर कैडेट आधिकारिक सफेद पोशाक में बैठेंगे। जो ‎कि समारोह का ‎‎विशेष ‎हिस्सा रहेंगे।