इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने भारत को पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के दौरान टर्निंग पिचें तैयार नहीं करने की सलाह देते हुए कहा कि ऐसी स्थिति में मेहमान टीम के स्पिनर भी कारगर साबित हो सकते हैं। इंग्लैंड ने भारत दौरे के लिए अपनी टीम में चार स्पिनर रखे हैं।

इनमें जैक लीच और रेहान अहमद के अलावा अभी तक अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेलने वाले टाम हार्टले और शोएब बशीर शामिल हैं। भारत ने भी 25 जनवरी से शुरू होने वाली सीरीज के पहले दो टेस्ट मैच के लिए अपनी टीम में अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा के रूप में चार स्पिनर रखे हैं।

इंग्लैंड को आसानी से नहीं फंसाया जा सकता

हुसैन ने कहा, 'मेरा मानना है कि उन्हें अच्छी पिच तैयार करनी चाहिए जो थोड़ा स्पिन ले क्योंकि इससे उनके स्पिनर और बल्लेबाज दोनों के लिए समान अवसर रहेंगे। अगर वे बहुत अधिक स्पिन लेने वाली पिच तैयार करते हैं तो यह लॉटरी की तरह हो सकता है और इससे इंग्लैंड के स्पिनरों की भी खेल में भूमिका बढ़ जाएगी। जिस तरह से बैजबाल (इंग्लैंड की टेस्ट क्रिकेट में आक्रामक रणनीति) काम करती है उसे देखते हुए उन्हें आसानी से चंगुल में नहीं फंसाया जा सकता।'

2012-13 में भारत ने गंवाई थी सीरीज

गौरतलब हो कि भारत का 2012-13 में स्पिन पिच तैयार करने का दांव उल्टा पड़ गया था। उस समय ग्रीम स्वान और मोंटी पनेसर ने भारतीय बल्लेबाजों को अपने जाल में फंसाकर इंग्लैंड की सीरीज में 2-1 से जीत में अहम भूमिका निभाई थी। हुसैन ने इसके साथ ही कहा कि भारतीय प्रशंसक यह देखने के लिए भी उत्सुक होंगे कि उनकी टीम इंग्लैंड की बैजबॉल रणनीति को कैसे नाकाम करती है।