भोपाल । बारिश के चालू सीजन में मानसून कमजोर पड गया है। अगस्त महीने में बारिश कम होने से हालात बिगड़ने लगे हैं। अच्छी बारिश नहीं होने से किसान चिंतित है। चालू सीजन में जहां अभी तक प्रदेश में अभी तक औसत से सात प्रतिशत कम बारिश हुई है। 52 में से 11 जिलों में सामान्य से 40 प्रतिशत तक कम वर्षा हुई है। सिर्फ चार जिलों में ही सामान्य से अधिक बारिश हुई है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक वर्तमान में उत्तरी मप्र के मध्य में हवा के ऊपरी भाग में बना चक्रवात काफी कमजोर पड़ चुका है। मानसून द्रोणिका भी अपनी सामान्य स्थिति से ऊपर उठकर उत्तर प्रदेश से गुजर रही है। इसके दो दिन में हिमालय की तलहटी में जाने के आसार हैं। इस वजह से मानसून की गतिविधियां एक बार फिर थम सकती हैं। उधर मंगलवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक ग्वालियर में 3.6, खंडवा में दो, मलाजखंड में 0.6, उज्जैन में 0.4, इंदौर एवं भोपाल में 0.2 मिलीमीटर बारिश हुई। नर्मदापुरम में बूंदाबांदी हुई। पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वातावरण में नमी बरकरार रहने के कारण आंशिक बादल बने रहेंगे। बुधवार को ग्वालियर, सागर, रीवा संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं। शेष संभागों के जिलों में मौसम साफ होने लगेगा। किसी प्रभावी मौसम प्रणाली के नहीं रहने से मानसून की गतिविधियों में अब कमी आने लगेगी। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक उत्तरी मप्र के मध्य में हवा के ऊपरी भाग में बना चक्रवात कमजोर पड़ गया है। इसके बुधवार को समाप्त होने के आसार हैं। मानसून द्रोणिका राजस्थान, उत्तर प्रदेश, झारखंड से होकर मणिपुर तक बनी हुई है।