भोपाल ।   प्रदेश में मानसून की सक्रियता बढ़ रही है, इसके असर से बड़े हिस्से में एक बार वर्षा का दौर शुरू होने वाला है। इसे देखते हुए मौसम विभाग ने 22 जिलों में भारी वर्षा का यलो अलर्ट जारी किया है। मौसम में बदलाव सोमवार से दिखने लगा। मौसम विज्ञानियों के अनुसार आने वाले एक-दो दिनों में अच्छी वर्षा देखने को मिलेगी। सोमवार सुबह 8.30 से शाम को 5.30 बजे तक भोपाल में 2.8 मिमी ,सागर में दो, दमोह में एक, पचमढ़ी में एक मिमी वर्षा दर्ज की गई। वहीं उज्जैन और नर्मदापुरम हल्की बौछारें पड़ी जिससे वर्षा दर्ज हुई है। मौसम विभाग ने छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला,बालाघाट,सागर, विदिशा, रायसेन,सीहोर,भोपाल, नर्मदापुरम, हरदा, खंडवा, खरगौन बड़वानी,अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, शाजापुर, देवास जिलों में भारी वर्षा होने का अनुमान व्यक्त किया है।

इसके बाद वर्षा का एक और दौर

वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डा.वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि आने वाले कुछ दिनों में मौसम में बड़े बदलाव देखने को मिलते हैं। सोमवार से ही परिवर्तन आना शुरू हो गया है। शर्मा ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में एक नई मौसम प्रणाली बनने जा रही है। इसके बाद प्रदेश में एक बार फिर से तेज वर्षा का दौर शुरू होगा। इसका असर ग्वालियर चंबल संभाग में अधिक देखने को मिल सकता है। नई प्रणाली 16 अगस्त तक ताकतवर हो जाएगी जिससे प्रदेश में कई जगह वर्षा मिलने लगेगी। इसके सिस्टम के चक्रवात में बदलने की भी संभावना है, जिससे कई जगहों पर भारी वर्षा की स्थिति भी बन सकती है।

नौ जिलों में अभी कम वर्षा

प्रदेश के नौ जिलों में अभी कम वर्षा वाले क्षेत्र बना हुआ है, वर्षा यह 1 जून से 14 अगस्त तक हुई वर्षा के आधार पर हुआ। इस सूची में सतना, रीवा, सीधी, गुना, अशोक नगर, भोपाल,मंदसौर, खरगौन और खंडवा के नाम हैं। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार भोपाल में अभी तक 613.3 एमएम होना चाहिए था। लेकिन 444.8 एमएम वर्षा दर्ज हुई है। ऐसे ही सतना में 593.8 के स्थान पर 389.2 एमएम, रीवा में 612.8 के स्थान पर 474.4,सीधी में 630.7 में से 477 एमएम , गुना में 612.9 में से 475.1 एमएम, अशोकनगर में 554.2 में से 371.8, मंदसौर में 531.8 में से 380.2,खरगौन में 461.9 में से 326 एमएम और खंडवा में 514.6 में से 390.6 एमएम वर्षा हुई।