नई दिल्ली । अगले कुछ सालों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की वजह से लाखों नौकरियां छिन जाएगी। अमेरिका के मैकिंसी ग्लोबल इंस्टीट्यूट की स्टडी की मानें तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की वजह से नौकरी गंवाने वाली महिलाएं पुरुषों की तुलना में डेढ़ गुना ज्यादा होंगी। मैकिंसी ग्लोबल की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि केवल अमेरिका में 2030 तक 12 मिलियन यानी सवा करोड़ लोगों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की वजह से अपनी नौकरी गंवानी पड़ सकती है। इसका सबसे ज्यादा असर उन नौकरियों पर पड़ेगा जिनमें डेटा कलेक्शन, डेटा एंट्री और रिपिटीटिव टास्क शामिल हैं।रिपोर्ट में कहा गया है कि जॉब मार्केट में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का असर सबसे ज्यादा उन फील्ड्स में होगा जिन्हें फिलहाल महिलाएं डॉमिनेट कर रही हैं। इस वजह से जॉब लॉस की ज्यादा शिकार महिलाएं होंगी। 
स्टडी के मुताबिक, पुरुषों के मुकाबले डेढ़ गुना ज्यादा महिलाओं को या तो जॉब से हाथ धोना पड़ेगा या फिर अपनी फील्ड बदलनी पड़ेगी। रिपोर्ट में ये अनुमान लगाया गया है कि 2030 तक क्लर्क की पोस्ट के लिए मांग 16 लाख तक कम हो जाएगी। इसके साथ ही 8 लाख से ज्यादा सेल्स पर्सन्स की नौकरी जा सकती है। वहीं, 7 लाख से ज्यादा एडमिनिस्ट्रेटिव असिस्टेंट अपनी नौकरी खो सकते हैं। इनके अलावा 6 लाख से ज्यादा कैशियर्स को भी अपनी जॉब से हाथ धोना पड़ सकता है। इन नौकरियों में टास्क का रिपिटीशन, डेटा कलेक्शन और बेसिक डेटा प्रोसेसिंग ज्यादा होती है, इस काम को एआई आसानी से और इंसानों की तुलना में कम समय में करने की क्षमता रखता है।
 ये वो फील्ड्स हैं जहां महिलाएं डॉमिनेट करती हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में लगभग 80 प्रतिशत कस्टमर सर्विस रिप्रेजेंटेटिव्स महिलाएं हैं। वहीं, लगभग 60 प्रतिशत ऑफिस सपोर्ट स्टाफ महिलाएं हैं। ये दो ऐसे फील्ड्स हैं जिन पर एआई का सबसे ज्यादा असर पड़ सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, किसी भी फील्ड में वर्क फोर्स में महिलाओं की तुलना में पुरुष ज्यादा हैं। एआई की वजह से जिन नौकरियों पर असर पड़ेगा, उनमें 21 प्रतिशत महिलाएं काम करती हैं। इसी तरह केनन इंस्टीट्यूट ऑफ प्राइवेट एंटरप्राइस की एक रिपोर्ट कहती है कि अमेरिका में जॉब करने वाली हर 10 में से आठ महिला की नौकरी पर एआई का खतरा मंडरा रहा है। 
रिपोर्ट के मुताबिक, लगभग 5.8 करोड़ महिलाएं जॉब लॉस के रिस्क में हैं। इसकी तुलना में 10 में से छह पुरुष एआई से जॉब लॉस के खतरे में, नौकरी छिनने के रिस्क में आने वाले पुरुषों की संख्या लगभग 4.8 करोड़ है। जिन नौकरियों में ऑटोमेशन और रिपिटीशन की जरूरत पड़ती है, उन्हें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आसानी से रिप्लेस कर देगा। इसमें कस्टमर सर्विस, फूड सर्विस और ऑफिस सपोर्ट स्टाफ जैसी नौकरियां शामिल हैं।