इंदौर ।   एमजी रोड और जवाहर मार्ग आठ जनवरी से वन-वे हो जाएंगे। अब वाहन बड़ा गणपति से कृष्णपुरा छत्री की तरफ जा तो सकेंगे लेकिन उन्हें इस मार्ग से वापस आने की अनुमति नहीं रहेगी। इसी तरह जवाहर मार्ग पर वाहन राजमोहल्ला से संजय सेतु तक तो जा सकेंगे लेकिन इसी मार्ग से वापस आने की अनुमति नहीं रहेगी। जवाहर मार्ग पर राजमोहल्ला से संजय सेतु तक की 1.8 किमी लंबी और एमजी रोड पर कृष्णपुरा पुल से बड़ा गणपति तक करीब 1.7 किमी सड़कें वन-वे हो जाएंगी। इन दोनों प्रमुख मार्गों को 40 से ज्यादा लिंक रोड (छोटी सड़कें) जोड़ती हैं। इन लिंक रोड पर सामान्य आवाजाही हो सकेगी। सोमवार सुबह 10 बजे महापौर पुष्यमित्र भार्गव एवं अतिरिक्त पुलिस आयुक्त यातायात प्रबंधन मनीष कुमार अग्रवाल, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त यातायात प्रबंधन अरविंद तिवारी सहित अन्य ने इस व्यवस्था का शुभारंभ किया। रविवार को ही पुलिस परेड ग्राउंड डीआरपी लाइन में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अग्रवाल ने यातायात व्यवस्था में लगने वाले बल को दिशा निर्देश दिए गए थे। गौरतलब है कि शहर के बिगड़ते यातायात को देखते हुए चार दिन पहले ही इस बारे में हुई बैठक में एमजी रोड और जवाहर मार्ग के कुछ हिस्सों को एकांकी मार्ग करने का निर्णय लिया गया। वर्तमान में एमजी रोड पर दोनों तरह से वाहनों की आवाजाही होने से गोराकुंड, राजवाड़ा, टोरी कार्नर आदि जगह दिनभर जाम की स्थिति रहती है। इसी तरह जवाहर मार्ग पर भी नर्सिंह चौराहा, मालगंज चौराहों पर जाम लगता है। प्रारंभिक रूप से मार्गों को एकांकी करने की व्यवस्था एक सप्ताह के लिए की जा रही है। इसके बाद इसका विश्लेषण कर इसे स्थायी किया जाएगा।

पहले भी हो चुके हैं ऐसे प्रयोग

एमजी रोड और जवाहर मार्ग की यातायात व्यवस्था को सुधारने के प्रयोग इसके पहले भी हो चुके हैं। जवाहर मार्ग को पहली बार एकांकी मार्ग किया जा रहा है जबकि एमजी रोड को पहले भी एकांकी किया जा चुका है। गोराकुंड चौराहा से राजवाड़ा तक एकांकी मार्ग ही था, लेकिन इस सड़क के चौडीकरण के बाद वाहन चालक स्वत: ही राजवाडा से खजूरी बाजार होते हुए गौराकुंड तक जाने लगे थे। सोमवार से इस मार्ग को एकांकी करने के बाद जाम की समस्या से राहत मिलने की उम्मींद है।