भोपाल  ।  शहर में चार जून को ब्राह्मण समाज का महाकुंभ आयोजित होने जा रहा है, जिसमें 11 सूत्रीय मांगों को लेकर चिंतन किया जाएगा। इसमें उनकी मुख्‍य मांग है कि एट्रोसिटी एक्ट में बगैर जांच के किसी प्रकार की कोई एफआइआर न हो। ब्राह्मण आयोग का संवैधानिक गठन किया जाए, जिसमें गैर राजनीतिक अध्यक्ष नियुक्त हो। इस आयोजन की तैयारी को लेकर समाज द्वारा आइएसबीटी स्थित एक होटल में शुक्रवार को बैठक हुई। बैठक के बाद मप्र ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष गौरीशंकर शर्मा काका ने बताया कि महाकुंभ के लिए 52 जिलों में पदाधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी। घर-घर जाकर आयोजन में शामिल होने के लिए पीले चावल बांटे जाएंगे। सामाजिक बंधुओं को ब्राह्मण महाराष्ट्रीयन भवन, नर्मदा भवन सहित अन्य स्थानों पर ठहरने और भोजन की व्यवस्था की जाएगी।

इन मांगों पर भी होंगे मुखर

महाकुंभ के दौरान भगवान परशुराम जन्मोत्सव पर ऐच्छिक अवकाश की जगह शासकीय अवकाश घोषित करने सहित मंदिरों का सर्वे करवाकर पुजारियों को 10,000 रुपए प्रतिमाह मानदेय देने, देश के पूरे मंदिरों के जीर्णोद्धार गुरुकुल तथा गौशाला संचालन हेतु मंदिरों के आवश्यकता अनुसार शासकीय अनुदान प्रदान देने, सनातन धर्म के कथावाचकों, साधु संतों एवं ब्राह्मण समाज के किसी व्यक्ति अथवा ब्राह्मण समाज को सार्वजनिक रूप से सोशल मीडिया पर अपशब्द बोलने एवं अपमानित किए जाने की दशा में दोषी व्यक्ति के पर सख्त कार्रवाई करने, महान क्रांतिकारी पंडित चंद्रशेखर आजाद, मंगल पांडे सहित अन्य स्वतंत्रता संग्राम सेनानिनयों के परिजनों को सम्मान देने, सहित अन्य मांगों पर गहन चिंतन करते हुए सरकार के समक्ष मांगों को रखने की कार्ययोजना बनाई जाएगी।