पटना । राज्यसभा सदस्य और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद भी जांच एजेंसियों के आगे न झुकने के बयान देते रहे, लेकिन चारा घोटाले के सभी पांच मामलों में दोषी हुए। सुशील मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार के ठोस प्रमाण ने लालू प्रसाद को ऐसा झुकाया कि जेल गए और मुखिया का चुनाव लड़ने लायक भी नहीं रहे।
आईआरसीटीसी घोटाले में जो लोग आरोपी हैं, उनके बिना झुके ही प्राथमिकी दर्ज हुई, आरोप पत्र दायर हुआ और गिरफ्तारी से बचने के लिए उन्हें जमानत लेनी पड़ी। मोदी ने कहा कि लालू परिवार हमेशा ही चोरी और सीना जोरी में भरोसा रखता है, इसकारण ईडी के छापे और सीबीआई की पूछताछ के बाद भी ये लोग जांच के आगे न झुकने के बयान देकर भ्रम फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि तेजस्वी के बिना झुके भी नौकरी के बदले जमीन मामले में ईडी ने 24 परिसरों पर छापा मार कर 600 करोड़ के अवैध लेन-देन के कागजात, डेढ़ किलो सोने के गहने, एक करोड़ रुपये नकद और विदेशी मुद्रा बरामद की।
मोदी ने कहा कि जांच एजेंसियां भ्रष्टाचार के पुख्ता सबूत के आधार पर कार्रवाई करेंगी और दोषी को सजा भी मिलेगी। उन्होंने कहा कि भ्रष्ट्राचार के मामलों की जांच के दौरान न झुकने के राजनीतिक बयान देना कोई काम नहीं आएगा। वहीं, इससे पहले सोमवार को सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार चाहकर भी लालू यादव और उनके परिवार को जांच एजेंसियों से नहीं बचा सकते हैं। भाजपा नेता ने कहा कि राज्य सरकार केंद्रीय जांच एजेंसियों से बिहार में जांच करने की अनुमति वापस भी लेती है, तब भी लालू परिवार को कोई राहत नहीं मिलेगी।
सुशील मोदी ने कहा कि बिहार सरकार की सहमति वापस लेने पर सीबीआई और ईडी केवल नए मुकदमे नहीं दायर कर सकेगी। हालांकि, इससे उन मामलों की जांच नहीं बंद हो सकती, जिनमें प्राथमिकी दायर हो चुकी हो।