लाहौर । भारत ही नहीं बल्कि पाकिस्तान की हवा भी बेहद जहरीली हो गई है। दिल्ली हो या लाहौर, यहां का प्रदूषण बेहद समान है।
रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार (16 नवंबर) को पूरे दिन लाहौर अस्वास्थ्यकर वायु गुणवत्ता स्तर के साथ वैश्विक प्रदूषण रैंकिंग में टॉप पर रहा। पाकिस्तान का दूसरा सबसे बड़ा शहर स्मॉग संकट से जूझ रहा है। लाखों लोगों के स्वास्थ्य और आजीविका इससे प्रभावित हो सकती है।
स्विस वायु गुणवत्ता प्रौद्योगिकी कंपनी के अनुसार, लाहौर की वायु गुणवत्ता दुनिया में सबसे खराब रही। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) खतरनाक 470 पर रहा, इसके बाद दिल्ली में 302 और कराची में 204 पर पहुंचा।
अखबार के अनुसार, वाहन उत्सर्जन, औद्योगिक प्रदूषण और फसल जलाने के कारण होने वाला धुआं खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। सबसे हानिकारक कण पीएम 2.5 की सांद्रता डब्ल्यूएचओ की वार्षिक वायु गुणवत्ता दिशानिर्देश मूल्य से 15 गुना से अधिक है।
धुंध के कारण शहर में दृश्यता कम हुई और उड़ान संचालन बाधित हो गया है। लाहौर के कई निवासियों ने जहरीली हवा के कारण सांस समस्याओं, आंखों में संक्रमण और त्वचा रोगों की शिकायत की है। कुछ लोगों ने धुंध से बचने के लिए शहर भी छोड़ दिया है।
लाहौर और पंजाब में स्मॉग का संकट कोई नई बात नहीं है। रिपोर्ट के अनुसार, यह हर साल अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर में होता है। पाकिस्तान दुनिया का तीसरा सबसे प्रदूषित देश है और लाहौर सबसे प्रदूषित शहर है।