हिमाचल प्रदेश के मुख्य न्यायाधीश अमजद अहतेशाम सैयद की सेवानिवृत्ति के पश्चात हाईकोर्ट की वरिष्ठम न्यायाधीश सबीना को कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश बनाया गया है। केंद्र सरकार की ओर से इस बाबत अधिसूचना जारी की गई है। इन्हें दूसरी बार हाईकोर्ट का कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश बनने का अवसर मिला है। एक अधिसूचना में केंद्रीय कानून मंत्रालय में न्याय विभाग ने जानकारी दि कि वो 21 जनवरी को मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति अमजद अहतेशाम सैयद की सेवानिवृत्ति के बाद पदभार ग्रहण करेंगी।बता दें कि न्यायमूर्ति सैयद 62 वर्ष की आयु प्राप्त करने पर शुक्रवार को पद छोड़ रहे हैं।

अधिसूचना जारी करते हुए जानकारी दी गई कि भारत के संविधान के अनुच्छेद 223 द्वारा प्रदत्त शक्ति का प्रयोग करते हुए राष्ट्रपति ने हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय की वरिष्ठतम न्यायाधीश  न्यायमूर्ति सबीना को उस राज्य के मुख्य न्यायाधीश के कार्यालय के कर्तव्यों का पालन करने के लिए नियुक्त किया है।न्यायाधीश सबीना का जन्म 20 अप्रैल 1961 को हुआ था। इन्होंने पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट के समक्ष वकालत शुरू की थी ।

साल 1986 में इन्हें सर्वसम्मति से पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की सह-सचिव चुना गया था। 21 जनवरी 1997 को इन्हें अतिरिक्त जिला न्यायाधीश के तौर पर नियुक्त किया गया था। सितंबर 2004 को इन्हें सत्र न्यायाधीश पदोन्नत किया गया।12 मार्च 2008 को इन्हें पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। 11 अप्रैल 2016 को इन्हें राजस्थान हाईकोर्ट के लिए स्थानांतरित किया गया था। 8 अक्टूबर 2021 को इन्हें हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के लिए स्थानांतरित किया गया था। इससे पहले ये कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के तौर पर 25 मई 2022 से 22 जून 2022 तक कार्य कर चुकीं हैं।