भोपाल । मप्र में रुक-रुककर बारिश का दौर जारी है। सोमवार को राजधानी में भी पूरे दिन बादल छाए रहे और रुक-रुककर बूंदाबांदी होती रही। इसके कारण तापमान बढ़ा तो नहीं, लेकिन वर्षा की मात्रा बेहद कम होने के बीच उमस ने जरूर सताया। मंगलवार से राजधानी सहित कई इलाकों में मौसम खुल जाएगा। वहीं, विभाग ने ग्वालियर, चंबल, रीवा, सागर और शहडोल में बारिश के लिए अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग की माने तो मध्‍य प्रदेश में वर्तमान में तीन मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। इसके कारण वर्षा के आसार बन रहे हैं। सोमवार को गुना में चार, इंदौर 2.4, सतना दो, मालाजखंड में दो, धार में दो, शिवपुरी में दो, उज्जैन में 0.6 और सागर में 0.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई। मौसम विभाग के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि प्रदेश के पूर्व-उत्तर और छत्तीसगढ़ के हिस्से में निम्न दाब क्षेत्र सक्रिय था। साथ ही चक्रवाती घेरा भी था। एक दिन पहले यह चक्रवाती घेरा प्रदेश के मध्य क्षेत्र में आ गया। इससे प्रदेश के मध्य क्षेत्र में वर्षा के आसार बने। विभाग का अनुमान है कि यह प्रणाली महज 24 घंटे के लिए बनी थी। यह स्वत: कमजोर पड़ रही है, इसके बाद से मंगलवार से मौसम खुलेगा। वहीं उत्तरी मध्यप्रदेश में अगले दो दिन वर्षा के आसार बने हुए हैं। सिंह ने बताया कि कम दबाव का क्षेत्र वर्तमान में उत्तरी मध्य प्रदेश के मध्य में बना हुआ है। मानसून द्रोणिका जैसलमेर, कोटा से मप्र में बने कम दबाव के क्षेत्र से होकर रायपुर, गोपालपुर से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। इसके अतिरिक्त पाकिस्तान के आसपास एक पश्चिमी विक्षोभ भी बना हुआ है। पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से प्रदेश में कहीं-कहीं मध्यम स्तर की वर्षा हो रही है। हालांकि कम दबाव का क्षेत्र अब कमजोर पड़ गया है। इसके ऊपरी हवा के चक्रवात के रूप में परिवर्तित होकर आगे बढ़ने की संभावना है।