सिंगापुर । एक भारतीय मूल के छात्र की सिंगापुर के एक स्पोर्ट्स स्कूल में इस सप्ताह मौत हो गई थी। उस समय को‎विड वैक्सीन से मौत होने की अटकलें लगाई जा रही थीं। हालांकि, छात्र की मौत के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय चौकन्ना हुआ और जांच की गई। अब इन सभी अटकलों पर सिंगापुर स्वास्थ्य मंत्रालय का बयान सामने आया है। मंत्रालय ने वैक्सीन से छात्र की मौत होने की सभी अटकलों को खारिज करते हुए इसको झूठा और गैर-जिम्मेदाराना करार दिया है। मंत्रालय ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय के टीकाकरण रिकॉर्ड के मुताबिक, छात्र ने 18 माह से अधिक समय पहले ही फाइजर-बायोएनटेक के कोविड-19 वैक्सीन की आखिरी खुराक ली थी। हालांकि, छात्र की मौत के लिए कोविड-19 वैक्सीन जिम्मेदार नहीं है। गौरतलब है कि पांच अक्टूबर को 400 मीटर फिटनेस ट्रायल के दौरान भारतीय मूल के छात्र एथलीट प्रणव मधाइक ने अस्वस्थ महसूस किया, जिसके एक दिन के बाद बुधवार को उसकी मौत हो गई थी। वहीं, स्कूल ने शनिवार दोपहर को बताया कि छात्र की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई थी। सिंगापुर स्पोर्ट्स स्कूल ने इस मामले में एक बयान जारी कर बताया कि प्रणव ने बैडमिंटन कोच को बताया कि वह पांच अक्टूबर को शाम करीब साढ़े छह बजे 400 मीटर फिटनेस टाइम ट्रायल पूरा करने के बाद अस्वस्थ महसूस कर रहे थे। 
बयान में कहा गया है कि छात्र के अस्वस्थ महसूस करने के बाद कोच ने उसे आराम करने के लिए कहा, जिसके बाद प्रणव मैदान पर ही एक कोने में आराम करने चला गया। इसके बाद कोच अन्य छात्रों से बातचीत करने के बाद स्कूल से चला गया। बाद में एक अन्य कोच ने प्रणव को देखा और पाया कि वह खड़ा भी नहीं हो पा रहा है, जिसके बाद एक एम्बुलेंस बुलायी गयी और उसके माता-पिता को सूचित किया गया। हालां‎कि इस मामले में बैडमिंटन कोच को बर्खास्त कर दिया गया है।