लंदन । न्यूजीलैंड के पूर्व तेज गेंदबाज साइमन डूल ने कहा है ‎कि भारतीय ‎खिलाड़ी ‎सिर्फ आंकड़ों के ‎लिए ही खेलते हैं। पुरुष वनडे से पहले भारतीय टीम पर तीखी टिप्पणी करते हुए कीवी गेंदबाज ने कहा कि भारतीय बल्लेबाज आंकड़ों पर आधारित क्रिकेट खेलने में अधिक रुचि रखते हैं। और अक्सर अपने स्वयं के आंकड़ों के बारे में चिंतित रहते हैं। गौरतलब है ‎कि भारतीय टीम ने 1983 और 2011 का वनडे विश्व कप जीता है। 2023 पुरुष एकदिवसीय विश्व कप इस बार भारत में 8 अक्टूबर से होना है। बहरहाल, डूल ने कहा कि निडर क्रिकेट उनका मुद्दा है। वे पर्याप्त निडर क्रिकेट नहीं खेलते हैं। वे आंकड़ों पर आधारित क्रिकेट खेलते हैं और वे अक्सर अपने आंकड़ों को लेकर चिंतित रहते हैं। मेरे लिए यही एक ऐसा क्षेत्र है जिसके बारे में मैं उनकी बल्लेबाजी को लेकर चिंतित हूं। डूल ने यह भी कहा कि कठिन परिस्थितियों में निडर होकर खेलने में भारत की असमर्थता ने उन्हें हाल के आईसीसी टूर्नामेंटों में निराश किया है। 
उनके पास सारी प्रतिभा है और अगर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी नहीं भी हैं तो उनमें से कुछ सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी हैं। लेकिन यह टूर्नामेंट के सही समय पर निडर क्रिकेट खेलने के बारे में है और मुझे लगता है कि पिछले कुछ विश्व कप में इसी बात ने उन्हें निराश किया है। डूल ने कहा कि भारतीय खिलाड़ी जोखिम नहीं लेते क्योंकि वे इस बात को लेकर बहुत चिंतित हैं कि क्या कहा जाएगा, क्या छपेगा या फिर उनसे टीम में उनके स्थान के लिए क्या पूछा जाएगा। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन डूल के विचारों से सहमत थे। उन्होंने कहा कि दूसरी चीज़ जिस पर उन्हें काबू पाना होगा वह है दबाव। भारतीय टीम ने 2011 के बाद से शायद ही कोई आईसीसी स्पर्धा जीती हो।
इंगलैंड को 2019 का क्रिकेट विश्व कप दिलाने वाले कप्तान इयोन मोर्गन ने कहा कि घरेलू परिस्थितियों में खेलने से भारत को अन्य टीमों पर भारी बढ़त मिलेगी, लेकिन उन्हें निडर होकर खेलना होगा और बाहरी शोर से दूर रहना होगा। उन्होंने कहा कि मुझे याद है कि भारत ने पिछली गर्मियों में यहां का दौरा किया था। राहुल द्रविड़ ने कोच के रूप में अपनी शुरुआती प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि हम निडर क्रिकेट खेलना चाहते हैं। उन्हें एडिलेड में यह सही नहीं लगा।