लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश की कुल 80 में से 26 सीटों पर मतदान हो चुका है. अब चौथे चरण की जंग तेज हो गई है. इस चरण में 13 सीटों पर मतदान होंगे. इसमें शाहजहांपुर, खीरी, धौरहरा, सीतापुर, हरदोई, मिश्रिख, उन्नाव, फर्रुखाबाद, इटावा, कन्नौज, कानपुर, अकबरपुर और बहराइच शामिल है. चौथे चरण के लिए 13 मई को वोटिंग होगी. इस चरण में कई सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, अजय मिश्रा टेनी और साक्षी महाराज जैसे दिग्गज मैदान में हैं. 

चौथे चरण में 13 सीटों पर होने वाले चुनाव में 2019 में भाजपा ने 12 सीटों पर जीत दर्ज की थी. इस बार भी बीजेपी ने यहां क्लीन स्वीप करने की तैयारी कर रही है. ऐसे में चुनाव बेहद दिलचस्प हो गया है. आईए आपको बताते हैं कि किस सीट पर कौन-कौन से उम्मीदवार मैदान में हैं. 

खीरी लोकसभा सीट से भाजपा ने केंद्रीय गृहराज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी को उम्मीदवार बनाया है. अजय मिश्रा दो बार सांसद रह चुके हैं इस बार हैट्रिक के इरादे से वो मैदान में उतरे हैं. वहीं सपा की ओर से इस सीट पर उत्कर्ष वर्मा चुनाव मैदान में है. टेनी के बेटे किसानों को जीप से कुचलने के मामले में आरोपित हैं. 

शाहजहांपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी की ओर से अरुण कुमार सागर का मुक़ाबला समाजवादी पार्टी की ज्योत्सना गोंड से हैं बसपा की ओर से इस सीट पर डोड राम वर्मा ताल ठोंक रहे हैं. 

उन्नाव लोकसभा सीट पर भी सबकी नजरें टिकी है. इस सीट पर भी बीजेपी ने दो बार सांसद रहे चुके साक्षी महाराज को उम्मीदवार बनाया है. जबकि सपा की ओर से अनु टंडन ताल ठोंक रही है. अनु टंडन नें 2009 में कांग्रेस को सीट पर जीत दिलाई थी. बसपा से अशोक पांडेय को टिकट दिया गया है. 

कन्नौज लोकसभा सीट पर इस बार लड़ाई बेहद दिलचस्प है. ये सीट सपा का गढ़ कही जाती हैं. साल 2019 में बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक ने यहां डिंपल यादव को हराया था, लेकिन इस बार उनके सामने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव हैं.

कानपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी ने सांसद सत्यदेव पचौरी का टिकट काटकर रमेश अवस्थी को मैदान में उतारा है. उनका मुक़ाबला कांग्रेस के आलोक मिश्रा से हैं. बसपा ने कुलदीप भदौरिया को उम्मीदवार बनाया है. 

धौरहरा लोकसभा सीट से भी भाजपा ने दो बार सांसद रह चुकी रेखा वर्मा को टिकट दिया है. जबकि सपा से आनंद भदौरिया और बसपा से श्याम किशोर अवस्थी चुनाव मैदान में हैं. 

सीतापुर लोकसभा सीट पर कभी बसपा का अच्छा ख़ासा प्रभाव था लेकिन, पिछली दो बार से यहां भाजपा के राजेश वर्मा चुनाव जीतते आ रहे हैं. भाजपा ने तीसरी बार भी राजेश वर्मा को टिकट दिया है जिनका मुक़ाबला सपा के राकेश राठौर से हैं. 

हरदोई लोकसभा सीट से पर पिछली दो बार से भाजपा का कब्जा रहा है. भाजपा ने यहां से मौजूदा सांसद जय प्रकाश शर्मा पर ही दांव लगाया है. जबकि सपा की ओर से उन्हें टक्कर देने के लिए पूर्व सांसद ऊषा वर्मा मैदान में हैं, बसपा ने भीमराव अंबेडकर को टिकट देकर मुक़ाबला त्रिकोणीय कर दिया है. 

फुर्रुखाबाद लोकसभा सीट की बात की जाए तो यहां से भाजपा की ओर से मुकेश राजपूत हैट्रिक लगाने के इरादे से मैदान में हैं, सपा की ओर से नवल किशोर शाक्य ताल ठोंक रहे हैं. 

इटावा लोकसभा सीट पर भी सपा का खासा प्रभाव रहा है. यहां से भाजपा के दो बार सांसद रहे रामशंकर कठेरिया चुनाव लड़ रहे हैं. जबकि सपा ने जितेंद्र दोहरे और बसपा ने सारिका सिंह पर दांव लगाया है. 

अकबरपुर लोकसभा सीट की बात करें यहां से भाजपा के मौजूदा सांसद देवेंद्र सिंह भोले तीसरी बार मैदान में हैं जिनका मुक़ाबला सपा के पूर्व सांसद राजाराम पाल और बसपा के राजेश द्विवेदी से है. 

बहराइच सीट पर बीजेपी ने मौजूदा सांसद अक्षयबर लाल का टिकट काटकर अरविंद गौड़ को मैदान में उतारा है, जबकि सपा की ओर से रमेश गौतम को उम्मीदवार बनाया गया है. 

मिश्रिख लोकसभा सीट पर बीजेपी पिछली दो बार से चुनाव जीतती आ रही है. इस बार भी भाजपा ने डॉ अशोक रावत को उम्मीदवार बनाया है जबकि इंडिया गठबंधन से संगीता राजवंशी और बसपा से बीआर अहिरवार चुनाव लड़ रहे हैं.