मुंबई । महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बबन घोलप ने कहा कि उन्होंने शिवसेना (यूबीटी) के उपनेता पद से इस्तीफा देकर दावा किया कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता छगन भुजबल एक साल पहले उनकी पार्टी में लौटना चाह रहे थे लेकिन उन्होंने योजना को विफल कर दिया। पांच बार के विधायक घोलप ने कहा कि जब वह पिछले साल दिल्ली में थे, तब शिवसेना के मिलिंद नार्वेकर ने उन्हें बताया कि भुजबल पार्टी में वापस आने की योजना बना रहे हैं।
घोलप ने कहा, मैंने उद्धव से पूछा कि एक व्यक्ति जिसने दिवंगत शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे को तंग किया, उन्हें गिरफ्तार कराया, मेरे, राज ठाकरे और कई अन्य लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए, वह पार्टी में कैसे शामिल हो सकते हैं। पूर्व विधायक ने दावा किया कि तब ठाकरे ने अपने करीबी सहयोगी नार्वेकर से कहा कि भुजबल को पार्टी में अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। घोलप ने कहा, ‘‘इस तरह मैंने भुजबल के इस कदम को विफल कर दिया था।’’भुजबल अब शिंदे मंत्रिमंडल में मंत्री हैं। उन्होंने राजनीति में शिवसेना के साथ कदम रखा था और दो दशकों से अधिक समय तक पार्टी में रहे। उन्होंने 1991 में कांग्रेस में शामिल होने के लिए शिव सेना छोड़ दी और बाद में शरद पवार की पार्टी में शामिल हो गए।