भोपाल। राजधानी के रातीबढ़ थाना इलाके में रहने वाले युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। बताया गया है की आठ साल पहले हुई पत्नी की मौत के बाद से वह काफी तनाव में रहने लगे थे। 
पुलिस के मुताबिक मूल रूप से अशोक नगर के अंचलगढ़ गांव के रहने वाले नंदराम आदिवासी (40) बीते 7 सात साल से रातीबढ़ में स्थित यादव स्टोन क्रेशर में रहकर चौकीदारी कर रहे थे। उनके परिवार में दो बेटे अजय और विजय हैं, वह दोनों मेहनत-मजदूरी का काम करते हैं। बीते दिन दोनों भाई अपने काम पर गए हुए थे। इस बीच घर पर अकेले रहे नंदराम ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। बाद में जब दोनो भाई काम के बाद वापस घर लौटे तो उन्हें घर का दरवाजा अंदर से बंद मिला। काफी आवाजे देने पर न तो उनके पिता ने दरवाजा खोला और न ही भीतर से कोई जवाब आया। इसके बाद किसी तरह से गेट खोलकर वह भीतर पहुंचे तो उन्हें पिता नंदराम का शव लटका नजर आया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस को बेटो ने शुरुआती जानकारी देते हुए बताया कि उनकी मां का करीब 8 साल पहले निधन हो चुका है। मॉ की मौत के बाद से ही पिता डिप्रेशन में रहने लगे थे। मॉ की यादों को भुलाने के लिए ही वह भोपाल आकर यहां नौकरी करने लगे थे। नंदराम बेटो के सामने अक्सर पत्नी को याद कर रोने लगते थे। आशंका है कि इसी डिप्रेशन के कारण उन्होनें यह आत्मघाती कदम उठाया होगा। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है।