बीजिंग। यहां एक ऐसे गिरोह का फंडाफोड़ हुआ है जो अपह्त बच्चों के फर्जी दस्तावेज तैयार कराकर किसी के भी जायज बच्चे बना दिया करता था। एक अस्पताल ऐसे जन्म से लेकर अन्य प्रमाण पत्र बनाने का काम कर रहा था। चीनी पुलिस की जांच में इस मामले का खुलासा हुआ है और आरोपियों को दबोच लिया गया है।
दरअसल एक सोशल मीडिया यूजर के दावे के बाद एक अस्पताल के प्रमुख को पुलिस अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया है। अस्पताल प्रमुख अपहृत बच्चों को नई पहचान देने के लिए आपराधिक गिरोहों के साथ काम करता था। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक सोशल मीडिया यूजर ने कथित तौर पर कहा कि यह चीन के हुबेई प्रांत में जियानकियाओ अस्पताल का प्रमुख है जो देश के 10 प्रांतों में संचालित बाल तस्करों को जन्म प्रमाण पत्र और इसी तरह के कागजात बेच रहा था। अनाम सोशल मीडिया यूजर द्वारा दस्तावेजों की कीमत लगभग 96 हजार युआन (लगभग 11 लाख रुपये) है और दस्तावेज सात दिनों के भीतर खरीदा जा सकता है।
जन्म प्रमाणपत्र घोटाले का ताजा मामला पहले से ही संकेत दे रहा है कि लोगों की जांच में रुचि हो सकती है। ब्लूमबर्ग ने बताया कि इस मामले से जुड़े हैशटैग को लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो पर 200 मिलियन बार देखा गया। चीन सरकार बच्चों के अपहरण से निपटने के लिए बड़े प्रयास कर रही है। पिछले साल, चीन के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्रालय ने कहा था कि पिछले दशक में महिलाओं और बच्चों के अपहरण में 88 प्रतिशत की कमी आई है। सरकार ने अब एक सिस्टम स्थापित की है जो व्यापक अलर्ट भेजती है ताकि कानून प्रवर्तन एजेंसियों को मानव तस्करी और अपहरण से निपटने के लिए बेहतर जानकारी और बेहतर समन्वय प्राप्त हो सके।