भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार की मृत्यु पूर्व मदद देने वाली संबल योजना में हुए करोड़ो के घोटाले को लेकर जल्द ही एफआईआर दर्ज की जा सकती है। मामले में निगम प्रशासन द्वारा कार्यवाही को लेकर पुलिस में की गई शिकायत की जॉच तेजी से चल रही है। 
सूत्रो के अनुसार जल्द ही पुलिस मामला कायम कर निगम के उन अधिकारी कर्मचारियो की गिरफ्तारी करेगी जिन्हें निलबिंत किया गया है। गोरतलब है कि फर्जीवाड़ा उजागर होने पर निगम प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आधा दर्जन जोनल अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। वहीं तत्कालीन वार्ड प्रभारियों नीतीश अरुनकर, कपिल सोनी, अभिमन्यु श्रीवास्तव, शिवकुमार गोपनीय के अलावा योजना लिपिक अनिल साहू के खिलाफ कानूनी कार्यवाही किये जाने के लिए गोविंदपुरा थाने में 17 फरवरी लिखित आवेदन दिया है। पुलिस अफसरो का कहना है की शिकायती आवेदन के आधार पर जांच की जा रही है। जानकारी के मुताबिक नगर निगम में संबल योजना के तहत दी जाने वाली अनुग्रह और अंत्येष्टि राशि में दो करोड़ रुपये का घोटाला किये जाने की बात सामने आई है। निगम आयुक्त फ्रैंक नोबल ए. ने मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन किया था।