कोरबा में एसईसीएल गेवरा कोल माइंस के कोल स्टॉक में भीषण आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया। दमकल विभाग को देर से सूचना मिलने पर कोल इंडिया को भारी नुकसान होने की संभावना है। आरोप है कि प्रबंधन ने समय से जानकारी नहीं दी इसीलिए आग पर काबू पाने में देर लगी। दमकल विभाग को आग पर नियंत्राण पाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।

जानकारी के अनुसार एसईसीएल के अधिकारी इस आग पर काबू पाने का प्रयास इसलिए नहीं कर रहे हैं क्योंकि उन्हें आग के कारण अनियमितता करने का अवसर मिल जाता है। इससे कोल इंडिया को भारी नुकसान होता है, लेकिन,दूसरी तरफ अधिकारियों को अपना सीआर बेहतर प्रदर्शित करने का अवसर मिल जाता है।

बता दें, कि एसईसीएल में आगजनी की कोई पहली घटना नहीं है। खदान में इससे पहले भी कोल स्टॉक पर आग लग चुकी है। जिससे प्रबंधन को नुकसान उठाना पड़ा है। इस संबंध में एसईसीएल के अधिकारियों से संपर्क करना चाहा लेकिन उनका मोबाइल बंद था इसके अलावा घटनास्थल पर मौजूद अधिकारियों ने इस संबंध में कुछ भी कहने से मना कर दिया।

विभागीय दमकल वाहन ने 4 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। लेकिन, तब तक कोल स्टाक का काफी हिस्सा धू-धू कर जल चुका था। इससे पहले भी कुसमुंडा गेवरा दीपका और मानिकपुर कोयले में आग लग चुकी है। लेकिन कई बार समय रहते आग पर काबू पा लिया जाता है। इस बार गेवरा खदान के कोल स्टॉक में लगी आग पर ध्यान नहीं दिया गया जिसके चलते काफी कोयला जल चुका था।