रायपुर। प्रवर्तन निदेशालय ने हाल ही में प्रदेश के कुछ राइस मिलर्स के ठिकानों पर छापेमारी की थी। मार्कफेड के पूर्व एमडी के घर जाकर भी अधिकारियों ने जांच की थी। कार्रवाई को लेकर अब ईडी ने खुलासा किया है। ईडी ने अपने ऑफिशियल एक्स अकाउंट पर इसकी जानकारी देते हुए लिखा है- 20-21 अक्टूबर को मार्कफेड के पूर्व एमडी, छत्तीसगढ़ राइस मिलर संगठन के कोषाध्यक्ष और कुछ सदस्यों, जिला मार्केटिंग ऑफिसर और कुछ राइस मिलर्स और कस्टम मिलिंग से जुड़े हुए लोगों के घर पर जांच की गई।
प्रदेश में हुए चावल घोटाले से जुड़ी इस जांच में सर्चिंग के दौरान कई संदिग्ध दस्तावेज, डिजिटल डिवाइस और 1.06 करोड़ कैश मिला है। प्रवर्तन निदेशालय की ओर से मार्कफेड के पूर्व एमडी के नाम का खुलासा नहीं किया गया है। हालांकि चर्चा थी कि रायपुर के ला विस्टा खुशी वाटिका कॉलोनी में पूर्व एमडी मनोज सोनी के घर में यह छापेमारी की गई थी। ईडी ने रायपुर के तिल्दा नेवरा में अमित चावल उद्योग के ठिकानों पर भी ईडी ने दबिश दी थी। कोरबा, दुर्ग और तिल्दा में छापेमारी की गई थी। नान घोटाले से जुड़ी जांच के दावे सामने आए मगर अपनी करवाई में नान घोटाले का जिक्र ईडी ने नहीं किया है। ईडी ने ये भी साफ नहीं किया है कि किस व्यक्ति के पास से क्या मिला है।