बिहार बोर्ड द्वारा इंटर मूल्यांकन की तैयारी लगभग कर दी गई है। विषय वार शिक्षकों को परीक्षक के तौर पर नियुक्त कर लिया गया है। इंटर मूल्यांकन के लिए राज्य भर में 133 मूल्यांकन केंद्र बनाये गये है। इन मूल्यांकन केंद्रों पर 15 से 19 हजार के बीच परीक्षक कॉपी जांच करेंगे। सबसे ज्यादा 10 मूल्यांकन केंद्र पटना में बनाये गये हैं। बोर्ड द्वारा इस बार मूल्यांकन केंद्र का नाम गुप्त रखा गया है। सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को मूल्यांकन केंद्र कोड भेजा गया है। कोड के अनुसार मूल्यांकन केंद्र का नाम है। जो सिर्फ डीईओ की जानकारी में है। डीईओ द्वारा ही परीक्षकों को योगदान देने से पहले मूल्यांकन केंद्र का नाम बताया जायेगा।

इंटर मूल्यांकन समय से समाप्त हो जाय। इसके लिए कॉपी जांच के तुरंत बाद अंक को कंप्यूटर पर अपलोड किया जायेगा। इसके लिए हर केंद्र पर कंप्यूटर जानकार रखे जाएंगे। कंप्यूटर जानकार द्वारा मूल्यांकित कॉपी के अंक को बारकोड नंबर के साथ अपलोड किया जायेगा। वहीं अपलोड अंक को बोर्ड प्रशासन द्वारा विषयवार कंपाइल किया जायेगा। इससे मूल्यांकन के साथ रिजल्ट भी तैयार होता जायेगा। ज्ञात हो कि इंटर मूल्यांकन 26 फरवरी से शुरू होगा और आठ मार्च तक पूरा कर लिया जायेगा। बिहार बोर्ड की मानें तो सबसे ज्यादा हिन्दी और अंग्रेजी विषय की कॉपियों की जांच में समय लगता है। चूंकि विज्ञान, कला, वाणिज्य और वोकेशनल सभी में भाषा की पढ़ाई होती है। इन दो भाषाओं में सबसे ज्यादा छात्र शामिल होते हैं। इसके मूल्यांकन के लिए सबसे ज्यादा शिक्षकों को लगाया गया है।