भोपाल।  निगम आयुक्त फ्रैंक नोबल ए ने नर्मदा जलप्रदाय परियोजना के प्रत्येक चरण का अवलोकन किया और हीरानी में रॉ वॉटर इन्टेक वेल से खटपुरा जलशोधन संयंत्र व दहोटा घाट स्थित ब्रेक प्रेशर टैंक व जलापूर्ति तक की संपूर्ण प्रक्रिया के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी प्राप्त की। निगम आयुक्त नोबल ने कच्चे पानी व उपचारित जल के नमूनों का भी अवलोकन किया और उपचारित जल के उचित परीक्षण एवं जलप्रदाय व्यवस्था को इस प्रकार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि जलप्रदाय में किसी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न न हो। निरीक्षण के दौरान अधीक्षण यंत्री उदित गर्ग सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।  
निगम आयुक्त फ्रैंक नोबल ए ने गुरूवार को शाहगंज के पास स्थित हीरानी में 185 एम.एल.डी क्षमता की नर्मदा जलप्रदाय परियोजना के रॉ वॉटर पम्प हाउस, इन्टेक वेल आदि का अवलोकन किया और नर्मदा नदी से कच्चा पानी लेने की संपूर्ण प्रक्रिया और विभिन्न मौसमों में नदी के जलस्तर के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी प्राप्त की। निगम आयुक्त फ्रैंक नोबल ए को अवगत कराया गया कि नर्मदा नदी से कच्चा पानी लेने हेतु 06 पम्प स्थापित हैं जिसमें से 04 पम्प 24 घण्टे चालू रहते हैं और हर पम्प से 07 हजार 200 क्यूबिक मीटर प्रति घण्टा पानी खटपुरा स्थित जलशोधन संयंत्र पहुंचाया जाता है जहां 185 एम.एल.डी क्षमता के जलशुद्धिकरण संयंत्र के माध्यम से उपचारित जल दहोटा घाट होकर लगभग 63 किलोमीटर की दूरी तय कर ग्रेविटी के माध्यम से अहमदपुर पम्प हाउस तथा वहां से पम्पिंग के माध्यम से बिड़ला मंदिर के पास स्थित मास्टर बेलेसिंग रिजर्व वायर पहुंचाया जाता है। निगम आयुक्त को बताया गया कि अहमदपुर पम्प हाउस से तीन जोन क्षेत्रों में तथा अरेरा हिल्स स्थित एम.बी.एस.आर से शहर के अन्य क्षेत्रों में जलप्रदाय किया जाता है।  
इस दौरान निगम आयुक्त फ्रैंक नोबल ए ने सभी संयंत्रों का अवलोकन भी किया और उनकी कार्य प्रगति के संबंध में जानकारी प्राप्त की साथ ही नोबल ने स्काडा सिस्टम और इससे संबंधित अत्याधुनिक साटवेयर आदि के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की। निगम आयुक्त ने निर्देशित किया कि शहरवासियों को पर्याप्त मात्रा एवं समुचित दबाव के साथ शुद्ध पेयजल की आपूर्ति नियमित रूप से की जाना सुनिश्चित करें और जलप्रदाय व्यवस्था में किसी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न न हो। निगम आयुक्त ने सभी संयंत्रों की सुगमता से मॉनीटरिंग सुनिश्चित करने और जहां आवश्यक हो तत्काल सुधार आदि के कार्य कराये जाने व पाईप लाईनों के लीकेज आदि भी तत्काल सुधारने के निर्देश दिए।