भोपाल । मप्र में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस इस बार जीतने की संभावनाओं वाले टिकट के दावेदार युवाओं और महिलाओं पर दांव लगा सकती है। ऐसे दावेदार जिनके नाम सर्वे के साथ पर्यवेक्षक की रिपोर्ट में जीतने की संभावना वाले दावेदार के रूप में आएंगे, उन्हें टिकट आवंटित किया जाएगा।  प्रत्याशी चयन को लेकर दिल्ली में मध्य प्रदेश कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हुई। सूत्रों के अनुसार बैठक में एक बार साफ कर दी गई कि प्रत्याशी कोई भी हो भी उसे जिताने की जिम्मेदारी सामूहिक होगी। यह चुनाव पार्टी के लिए बहुत अहम है। इसका असर वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की संभावनाओं पर पड़ेगा इसलिए प्रत्याशी चयन में जातिगत और स्थानीय समीकरण को ध्यान में रखा जाएगा। बैठक में समिति अध्यक्ष पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला पिछले दिनों भोपाल में जिला, ब्लाक, प्रदेश पदाधिकारी, सांसद, पूर्व सांसद, विधायक और पूर्व विधायकों से दावेदारों को लेकर जो रायशुमारी की थी, उसके बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने प्रत्याशी चयन को लेकर अपनी बात रखी। दिल्ली में कांग्रेस के वार रूम में आयोजित बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव, सुरेश पचौरी, नेता प्रतिपक्ष डा.गोविंद सिंह, अजय सिंह, अजय कुमार लल्लू, सप्तगिरि उल्का, कमलेश्वर पटेल, प्रदेश के प्रभारी सचिव सहित अन्य ने भाग लिया। देर रात तक चली बैठक में वर्तमान विधायकों और लगातार हारने वाली 66 सीटों की स्थिति को लेकर प्रारंभिक चर्चा की गई। प्रत्याशी चयन के लिए तीन सूचियां तैयार होगी। इसमें कमल नाथ और कांग्रेस द्वारा कराए गए सर्वे, पर्यवेक्षक के साथ प्रभारी व पदाधिकारियों की रिपोर्ट में जिन सीटों के लिए एक ही नाम होगा, उनकी अलग सूची बनेगी। वर्तमान विधायकों की एक सूची रहेगी और एक सूची उन सीटों की होगी, जहां दो या उससे अधिक दावेदार होंगे।बुधवार को भी बैठक होगी, जिसमें वर्तमान विधायक और लगातार हारने वाली सीटों के प्रत्याशियों को लेकर चर्चा होगी।