दमोह ।   भाजपा के 18 वर्षों के काले कार्यकाल में भय, भ्रष्टाचार, अराजकता का माहौल दिखाया है वह किसी से छुपा हुआ नहीं है। किसी भी क्षेत्र में 50% कमीशन लेने वाली यह भाजपा की सरकार अब जन आशीर्वाद यात्रा नहीं माफी यात्रा निकाले। क्योंकि इस भाजपा की सरकार ने जो प्रदेश की जनता के साथ धोखा किया है वह किसी से छुपा हुआ नहीं है। यह बात जन आक्रोश यात्रा को लेकर पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा जो घोषणा की जा रही है। उनका आम जनमानस पर किसी भी प्रकार का कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है। यह सरकार किसी भी क्षेत्र में कार्य करने पर 50% कमीशन वाली सरकार बन चुकी है। यह बात किसी भी व्यापारी, ठेकेदार या किसी भी व्यक्ति से पूछी जा सकती है। इस सरकार द्वारा प्रदेश की जनता के साथ धोखा, बहन बेटियों के साथ धोखा, युवाओं के साथ धोखा दिया गया है। कांग्रेस की 18 महीने की सरकार में जो भी हमने कहा था वह किया है। कांग्रेस जो वचन देगी उसे हम पूरा अवश्य ही करेंगे। बहनों को 1500 रुपए प्रतिमाह,सस्ती दर पर बिजली, शासकीय कर्मचारियों को पुरानी पेंशन और 500 रुपए में गैस सिलेंडर सहित अन्य जो घोषणाएं की हैं उन्हें हम अवश्य ही पूरा करेंगे।

मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ और उनके बीच मतभेद की बात पर श्री यादव ने कहां की यह सब पुरानी मनगढ़ंत बातें हैं। यह तो भाजपा में हो रहा है। आज शिवराज सिंह के साथ ऐसा कौन सा नेता है जो कहीं जा रहा हो। शिवराज सिंह की भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर या अन्य किसी नेताओं से पटरी बैठ रही है क्या। लेकिन उनका काम दूसरे लोगों की अनर्गल बातें करना ही एक सूत्रीय कार्यक्रम बचा है। आज स्थिति यह है कि भाजपा मैं नेताओं की कमी हो गई है इसलिए उन्हें प्रदेश के बाहर के नेताओं को बुलाना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि 13 दिन की यह जनआक्रोश यात्रा बुंदेलखंड में लगातार ही गांव-गांव जाएगी जिसकी शुरुआत गणेश चतुर्थी पर्व से प्रसिद्ध तीर्थ स्थल जागेश्वर नाथ धाम बांदकपुर से की गई है और गणेश जी का आशीर्वाद सहित भोलेनाथ का आशीर्वाद लेकर हम इस 18 वर्षों की काले कारनामों की सरकार को जनता के आशीर्वाद से उखाड़ कर अवश्य ही फेंकेंगे। इस अवसर पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के जन आक्रोश से यात्रा के प्रभारी सी पी मित्तल सहित अनेक कांग्रेस के जनप्रतिनिधि, विधायक, पूर्व विधायक एवं पदाधिकारी की उपस्थिति रही।