भोपाल। शहर के नजदीक खजूरी थाना इलाके में शुक्रवार देर रात गलत दिशा में खड़ी तीर्थयात्रियों की बस को तेज रफ्तार ट्राले ने टक्कर मार दी। घटना में बस में सवार एक वृद्ध की मौके पर ही मौत हो गई वहीं पांच लोग घायल हो गए। बस महाराष्ट्र के 49 श्रद्धालुओं को लेकर तीर्थ यात्रा के लिए निकली थी। ओंकारेश्वर में दर्शन करने के बाद सभी भौंरी के श्रीराम मंदिर में विश्राम करने ठहरे थे। घटना के समय बस चित्रकूट के लिए रवाना होने वाली थी। बस में कुछ ही यात्री बैठ पाए थे, तभी दुर्घटना हो गई। थाना पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ओंकारेश्वर से आने के बाद सभी लोग श्रद्धालू श्रीराम मंदिर में भोजन और विश्राम के लिए रूके हुए थे। रात करीब साढ़े 12 बजे बस चित्रकूट के लिए रवाना होने वाली थी। इस दौरान कुछ ही लोग बस में चढ़े थे, जबकि अधिकतर यात्री मंदिर परिसर में ही थे। उसी समय यह हादसा हो गया। बताया गया है की यदि बस में सभी यात्री बैठै होते, तो हादसा काफी भयावह हो सकता था। भीषण भिंडत में ट्राले की स्पीड काफी तेज होने से बस का बायीं तरफ का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। हादसे की सूचना मिलने पर पुलिस सहित करीब 10 108 एंबुलेंस 108 सहित आला अधिकारी भी पहुंची गए थे। मृतक के शव को पीएम के लिये हमीदिया अस्पताल भेज दिया था। मृतक 69 वर्षीय खंडेराव लुकाजी बोरस्ते बड़नेर भैरव, नासिक, महाराष्ट्र के रहने वाले थे। वहीं पांच लोग घायल हुए हैं, जिनमें राजेंद्र विनायक, विलास को अधिक चोंटें आने पर इलाज के लिये हमीदिया हॉसपिटल में भर्ती कराया गया है। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के बाद एंबुलेंस से उनके गृहनगर तक पहुंचाने की व्यवस्था की है। अधिकारियो ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त बस में करीब 59 लोग सवार थे, जो ओंकारेश्वर से दर्शन कर चित्रकूट जा रहे थे। चित्रकूट के बाद सभी को काशी भी जाना है। उसके बाद सभी वापस महाराष्ट्र लौट जाएंगे। प्रशासन ने दूसरी बस की व्यवस्था कर तीर्थयात्रियों को उनके गंतव्य के लिए रवाना कर दिया। वहीं टक्कर मारकर भागे ट्राले को खजूरी पुलिस की सूचना पर रात में ही सीहोर की पार्वती थाना पुलिस ने पकड़ते हुए चालक को हिरासत में ले लिया है। इस हादसे में बस चालक की लापरवाही भी सामने आई है। बताया गया है कि बस चालक ने बस को गलत दिशा में खड़ा किया था। रांग साइड खड़ी करने के बाद भी बस चालक ने न तो बस के इंडिकेटर चालू किए थे, और ना ही पार्किंग लाइट्स जलाई थी।