नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को चुनावों के दौरान काफी अच्छा चंदा मिला है। वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान कंपनियों, चुनाव ट्रस्ट, व्यक्ति और सांसदों पर जमकर और दिल खोलकर दान मिला है। भाजपा को कुल मिलाकर वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान 720 करोड़ रुपये का चंदा मिला। भाजपा को इसके पहले वर्ष 2020-21 में 477 करोड़ रुपये का चंदा मिला था, जिसमें हर वर्ष बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।
इस वर्ष अक्टूबर के महीने में ही निर्वाचन आयोग में चंदा रिपोर्ट को दाखिल किया गया है। निर्वाचन आयोग ने चंदा रिपोर्ट को सार्वजनिक किया है। इस सार्वजनिक हुई रिपोर्ट के बाद सामने आया है कि सत्तारुढ़ दल भाजपा को साल 2022-23 के दौरान 719.83 करोड़ रुपये का चंदा मिला है। इस हिसाब से भाजपा ही देश की सबसे धनी पार्टी बनी हुई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारती एंटरप्राइजेज समर्थित ‘प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट’ ने 254.75 करोड़ रुपये का चंदा दिया। रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रस्ट द्वारा चंदा कई किस्तों में दिया गया। राजनीतिक दलों को हर साल एक वित्तीय वर्ष में 20,000 रुपये से अधिक का चंदा देने वालों का विवरण निर्वाचन आयोग को जमा करना होता है।
बता दें कि चुनाव कानून प्रावधानों के मुताबिक 20 हजार रुपये से अधिक खर्च करने की अनुमति वाले चुनाव के लिए मिले चंदे की रिपोर्ट चुनाव आयोग को दाखिल करनी होती है। वर्ष 2014 में नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद से पार्टी के चंदे में इजाफा हुआ है। पार्टी उसके बाद से लगातार शीर्ष पर काबिज है।