लखनऊ। विधान परिषद में जातीय जनगणना और केजीएमयू भर्ती में आरक्षण की उपेक्षा मुद्दे पर बुधवार को सपा सदस्यों ने वॉकआउट किया। उनका कहना था कि भाजपा सरकार पिछड़ों के हक छीन रही है। वहीं, नेता सदन केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता और वह खुद भी जातीय जनगणना के समर्थन में हैं और केंद्र सरकार ही इसे करा सकती है। उन्होंने कहा कि कहीं भी भर्तियों में आरक्षण की अनदेखी नहीं हो सकती। शिकायतें मिलने पर तत्काल उचित कदम उठाए जाते हैं। सपा के शाहनवाज खान ने कार्यस्थगन प्रस्ताव के जरिये यूपी में जातीय जनगणना कराए जाने की मांग की। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि संसाधनों पर समानुपातिक भागीदारी के लिए जातीय जनगणना जरूरी है। सपा के नरेश उत्तम पटेल ने आरोप लगाया  कि भाजपा पिछड़े वर्ग के खिलाफ काम कर रही है। नेता सदन और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा जब सत्ता में थी, तब कभी जातीय जनगणना की सुध नहीं ली। जनता इन्हें कई चुनावों में नकार चुकी है। इस पर सपा विधायक दल के नेता लाल बिहारी यादव ने कहा कि केशव प्रसाद खुद अपना चुनाव नहीं जीत सके। इस बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच नोकझोंक हुई। सभापति कुंवर मानवेंद्र सिंह ने कार्यस्थगन प्रस्ताव अस्वीकार किया तो सपा सदस्य नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर चले गए।