भोपाल । मेट्रो के लिए भोपालवासियों का इंतजार धीरे-धीरे खत्म होने की कगार पर पहुंचता जा रहा है। भोपाल मेट्रो के ट्रायल की तारीख तय हो गई है। हालांकि इस दौरान ट्रेन में केवल इंजीनियर ही सवार होंगे। ट्रायल के दौरान सुरक्षा मानक पुख्ता रहेंगे। कमर्शियल रन के पहले सेफ्टी मंजूरी की भी दरकार है।
मेट्रो के लिए भोपालवासियों का इंतजार धीरे-धीरे खत्म होने की कगार पर पहुंचता जा रहा है। भोपाल मेट्रो के ट्रायल की तारीख तय हो गई है हालांकि इस दौरान ट्रेन में केवल इंजीनियर ही सवार होंगे। ट्रायल के दौरान सुरक्षा मानक पुख्ता रहेंगे। कमर्शियल रन के पहले सेफ्टी मंजूरी की भी दरकार है। लेकिन इस दिन कोई इसके कोच में बैठकर सुभाष रेलवे स्टेशन से रानी कमलापति तक नहीं पहुंच पाएगा। यहां मेट्रो को हरी झंडी दिखाने के बाद ओरेंज रैक में मेट्रो ट्रेन स्टाफ इंजीनियर ही रवाना होंगे।
मेट्रो ट्रेन कारपोरेशन के एमडी मनीष सिंह ने बताया कि 2 अक्टूबर को भोपाल में ट्रायल करेंगे। इस दौरान ट्रेन में सिर्फ कारपोरेशन का स्टॉप इंजीनियर सुरक्षा नियमों के तहत रहेगा। इसमें सुरक्षा के मानकों को ट्रायल के दौरान पुख्ता करके रखा जाएगा। सितंबर 2023 तक मेट्रो के ट्रायल की बात कही जा रही थी, लेकिन ये अक्टूबर तक तय किया है। अब तक कमिश्रर मेट्रो रेल सेफ्टी से मंजूरी प्रक्रिया नहीं हुई है। ट्रायल भले ही अभी अक्टूबर में हो रहा हो, लेकिन कमर्शियल रन 2024 में होगा। मई-जून 2024 तक आम यात्रियों के साथ कमर्शियल रन का प्लान है ओर उम्मीद है कि फरवरी- मार्च 2024 में इसके लिए आवेदन किया जाए। यहां से तय मानकों से रेल परिचालन को लेकर जांच होगी और सब ओके होने पर ही ट्रेन को शुरू करने की मंजूरी दी जाएगी।

मेट्रो ट्रेन जब मई-जून 2024 में कमर्शियल रन करें तो संभव है वह एम्स से सुभाष ब्रिज तक 6.22 किमी तक की दूरी तय करें। इसके लिए गणेश मंदिर के सामने रेलवे लाइन पर मेट्रो आरओबी का काम शुरू कर दिया गया है। यहां दोनों तरफ काम चल रहा है। गौरतलब है कि यहां लगने वाला फेब्रिकेटेड ब्रिज अलवर में तैयार कराया जा रहा है।