टेस्ट क्रिकेट की बादशाहत हासिल करने का टीम इंडिया का सपना चकनाचूर हो गया है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय टीम को 209 रन से रौंदा। दूसरी पारी में भी भारतीय बल्लेबाज कंगारू गेंदबाजों के आगे औंधे मुंह गिरे और पूरी टीम सिर्फ 234 रन बनाकर सिमट गई। इसके साथ ही आईसीसी ट्रॉफी का दस साल का सूखा खत्म करने का सपना एकबार फिर महज सपना ही बनकर रह गया। आइए आपको बताते हैं किन तीन वजहों के चलते डब्ल्यूटीसी फाइनल में औंधे मुंह गिरी रोहित की पलटन।

भारतीय बल्लेबाजों का फ्लॉप शो

वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में भारतीय बल्लेबाज दोनों ही पारियों में बुरी तरह से फ्लॉप रहे। कप्तान रोहित शर्मा ने पहले इनिंग में सिर्फ 15 रन बनाकर आउट हुए, तो दूसरी पारी में अच्छी शुरुआत करने के बाद अपना विकेट फेंककर चलते बने। वहीं, लंबे समय से इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट खेल रहे चेतेश्वर पुजारा ने भी अपनी बल्लेबाजी से बेहद निराश किया। वहीं, आईपीएल 2023 के स्टार रहे शुभमन गिल भी बल्ले से औंधे मुंह गिरे। जडेजा, केएस भरत ने भी खिताबी मुकाबले में अपनी बल्लेबाजी से फैन्स का दिल तोड़ा।

विकेट निकालने में नाकाम रहे गेंदबाज

डब्ल्यूटीसी फाइनल मुकाबले में भारतीय गेंदबाज अहम समय पर विकेट चटकाने में नाकाम रहे। टेस्ट के पहले ही दिन से कंगारू बल्लेबाज पूरी तरह से भारतीय गेंदबाजों पर हावी नजर आए। मोहम्मद शमी, सिराज, उमेश यादव जैसे सरीखे फास्ट बॉलर पहली पारी में विकेट चटकाने के लिए बुरी तरह से तरसते हुए दिखाई दिए। वहीं, टीम के स्पिनर भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके।

खराब शॉट सिलेक्शन

भारतीय बल्लेबाज दोनों ही पारियों में बेहद खराब शॉट खेलकर पवेलियन लौटे। रोहित शर्मा ने दूसरी इनिंग में 43 रन बनाने के बाद स्वीप करने के चक्कर में अपना विकेट गंवाया, तो चेतेश्वर पुजारा ऐसा शॉट खेलकर पवेलियन लौटे, जो शायद उन्होंने अपने करियर में कभी ही खेला होगा। 49 रन बनाने के बाद क्रीज पर सेट दिख रहे विराट कोहली भी ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंद से छेड़छाड़ करने में अपना विकेट गंवा बैठे। जडेजा ने भी दूसरी पारी में कोहली वाली ही गलती को दोहराया।