केन्या में हमलावरों ने दो गांवों में हमला कर दिया। दक्षिण पूर्व केन्या के दोनों गांवों में हुए हमले में पांच लोगों की मौत हो गई। इनमें से एक मृतक स्कूली छात्र था। पुलिस ने बताया कि सोमालिया सीमा से लगे लामू काउंटी के जुहुदी और सलामा गांव में हमलावरों ने घरों को जला दिया। कई संपत्तियां भी नष्ट कर दी।

पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने रविवार को हमला किया था। इस दौरान उन्होंने 60 साल के एक व्यक्ति को रस्सी से बांध दिया। उसका घर जला दिया। उन्होंने इसी तरह बाकी तीनों की भी हत्या कर दी। वहीं एक व्यक्ति को गोली मार दी गई। गांव के निवासी हसन अब्दुल ने घटना के बारे में बताया कि हमलावरों ने महिलाओं को घर के अंदर बंद कर दिया था। इसके बाद वह पुरुषों को अपने साथ बाहर लाए। यहां उन्होंने उन्हें रस्सी से बांधकर मार डाला। उन्होंने कुछ लोगों के सिर भी काट दिए थे। गांव के ही एक दूसरे व्यक्ति इस्माइल हुसैन ने बताया कि हत्या के बाद जाते वक्त उन्होंने हवाई फायरिंग की और खाद्य पदार्थ लूट कर अपने साथ ले गए।

एक अधिकारी ने बताया कि लामू काउंटी सोमालिया के साथ सीमा साझा करता है। अल-शबाब संगठन के लड़ाके केन्या पर दबाव बनाने के लिए अकसर हमले करते हैं। वह केन्या पर दबाव डालते हैं कि वह सोमालिया से अपनी सेना वापस बुला ले। दरअसल, केन्या ने अल-कायदा से निपटने के लिए 2011 में पहली बार अपनी सेना सोमालिया भेजी थी। इसके बाद से केन्या की सेना अफ्रीकी संघ के सैन्य अभियान के तहत काम कर रही है। हालांकि, केन्या के जवाबी हमलों से सोमालिया कई बार आहत हुआ है। 2013 में नैरोबी के वेस्टगेट मॉल में हुए खूनी घेराबंदी में 67 लोगों की जान चली गई थी। वहीं, 2015 में गरिसा विश्वविद्यालय में हुए हमले में 148 लोग मारे गए थे। बता दें, एटीएमआईएस में करीब 22,000 सैनिक हैं। 

पुलिस के अनुसार, पिछले सप्ताह पूर्वी केन्या में चार लोगों की हत्या हुई थी, जिसका जिम्मेदार भी अल-शबाब ही है। 14 जून को अल-शबाब के एक संदिग्ध हमले में आठ पुलिस अधिकारियों की मौत हो गई थी। पिछले दो सप्ताह में अल-शबाब के हमले में 10 अन्य लोग मारे गए हैं।