भोपाल । कांग्रेस की पढ़ो-पढ़ाओ योजना पर सवालों को लेकर पीसीसी चीफ कमलनाथ ने भाजपा पर पलटवार किया है। कमलनाथ ने कहा कि एक साल में शिवराज ने जो कुछ किया, वो क्या उनके नाना या दादा का पैसा था? कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा कि बुधनी में इस बार कलाकार वर्सेस कलाकार मुकाबला है। मैं सोचता हूं कि इन दोनों की डिबेट करानी चाहिए। समझ आ जाएगा कि कौन बड़ा कलाकार है। शिवराज जी हमारे विक्रम मस्ताल को हरा देंगे। वे बड़े कलाकार हैं।
पिछले दिनों शिवराज द्वारा खुद को फीनिक्स पक्षी बताए जाने पर कमलनाथ ने कहा कि ये सब वे (शिवराज) भाजपा को कहें। भाजपा उनको मुख्यमंत्री घोषित कर दे। क्यों नहीं करती? मैं तो पूछ रहा हूं..मेरा साफ प्रश्न है कि भाजपा शिवराज सिंह को मुख्यमंत्री क्यों घोषित नहीं करती? कमलनाथ ने सोमवार को पीसीसी दफ्तर में भाजपा छोडक़र आए नेताओं को कांग्रेस की सदस्यता दिलाई। इससे पहले मीडिया से चर्चा में उन्होंने ये बातें कहीं।
 हमारी बातचीत हुई है। इंडिया गठबंधन केंद्र के लेवल पर है। चर्चा चल रही है केंद्र से अगर हो गया तो ठीक है नहीं हुआ तो ठीक। गठबंधन को लेकर बसपा की मायावती से अभी कोई बात नहीं हुई है। भाजपा को हराने के लिए समाजवादी पार्टी हमारा साथ दे। मैं अखिलेश यादव को धन्यवाद देता हूं। उनका उद्देश्य भाजपा को हराने का है। उन्होंने खुद मुझे कहा कि हम मिलकर हराना चाहते हैं। हमें भी अपनी स्थानीय स्थिति देखनी है। इसमें कुछ मामले फंस जाते हैं। वो कहते हैं कि हम आपके कैंडिडेट को सिंबल दे देते हैं। हमारा कैंडिडेट कहता है कि मैं सपा के सिंबल पर नहीं लडूंगा। ऐसी कुछ बातें आ जाती हैं। यह सब प्रैक्टिकल बातें हैं।
कमलनाथ ने कहा, कल हमने 144 सीटों की घोषणा की है। इसमें से 65 उम्मीदवार 50 साल से कम उम्र के हैं। 19 महिलाओं को टिकट दिया है। ये जो नाम हमने घोषित किए हैं। उनके लिए 4 हजार लोगों ने अप्लाई किया था। कभी भी सर्व सहमति से कोई नाम नहीं आता। मेरे राजनीतिक जीवन में आज तक कोई दावेदार नहीं मिला जो अपना आवेदन देकर कहे कि मैं हारने वाला हूं। बाकी सीटों को हम अगले दो-तीन दिन में प्रत्याशई घोषित कर देंगे।
कमलनाथ ने कहा- मैं उदाहरण देता हूं। छिंदवाड़ा की एक सीट है वहां हम 24000 से हारे थे। सब ने कहा कि ये उम्मीदवार 24000 से हारा था। लेकिन, वो इस बार 25000 से जीत गया। हम यह बात हम जरूर देखते हैं कि कितने वोट से और क्यों हारा? क्योंकि बीएसपी ने वोट खींच लिया, किसी और पार्टी ने वोट खींच लिया। बहुत सारी बातों पर ध्यान देना पड़ता है। अगर जीते तो क्यों जीते, कैसे जीते। अगर त्रिकोणीय मुकाबला हुआ और वह जीत गया। हमें यह भी चेक करना पड़ता है क्योंकि तीसरे कैंडिडेट ने किस पार्टी के वोट खींचे। इस पर ध्यान देना पड़ता है। यह सब हम तीन-चार महीने से कर रहे हैं।
कमलनाथ ने कहा, प्रदेश का चुनाव 17 नवंबर को किसी उम्मीदवार किसी पार्टी का नहीं है। ये मध्य प्रदेश के भविष्य का है। ऐसा चुनाव मैंने अपने 45 साल के राजनीतिक जीवन में नहीं देखा। प्रदेश के भविष्य का प्रश्न है। किस तरह से हमारा राज्य चौपट प्रदेश बन गया है। हर व्यवस्था चौपट है चाहे शिक्षा व्यवस्था देखें, स्वास्थ्य व्यवस्था को देखें। जहां देखो वहां सब चौपट है। ऊपर से नीचे तक भ्रष्टाचार में हम नंबर वन हैं।
हम सब चीजों का ध्यान रखेंगे। आपका भी ध्यान रखेंगे। सब लोग मुझसे चर्चा कर रहे हैं। कम से कम एक हजार लोग मुझसे मिले। कोई कुछ कहता है कोई कुछ कहता है। मैं अंत में, उनसे एक ही बात कहता हूं। यह उम्मीदवार का प्रश्न नहीं है। हमें सब चीज देखनी पड़ती हैं। हमारा जाति समीकरण सही हो। अगर एक सीट पर कोई अच्छा कैंडिडेट है। उसके बाद हमारा जाति समीकरण सही न बने तो हमें न्याय करना है। हमारा लक्ष्य है सामाजिक न्याय। उसको देखते हुए हमें सीट तय करनी है। हम एक-एक सीट से नहीं बल्कि हम पूरे जिले को देखते हैं।