वाशिंगटन । गाजा में बढ़ते तनाव पर अमेरिका पल पल की खबरों पर नजर रखे हुए है। उसने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात की है, साथ ही फलस्तीनी प्राधिकरण के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से भी जानकारी ली है। अमेरिका ने ‘यूएसएस ड्वाइट डी आइजनहोवर कैरियर स्ट्राइक ग्रुप’ (सीएसजी) को पूर्वी भूमध्य सागर की ओर भेजना भी शुरू कर दिया है। व्हाइट हाउस के मुताबिक, बाइडन ने अब्बास के साथ बातचीत में इजराइल पर हमास के क्रूर हमलों की निंदा की और कहा कि आतंकवादी समूह फलस्तीन के लोगों के सम्मान और आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए खड़ा नहीं है। व्हाइट हाउस ने बताया कि बाइडन ने नेतन्याहू के साथ बातचीत में उन्हें अमेरिकी सैन्य सहयोग के बारे में अद्यतन जानकारी दी। उन्होंने संघर्ष को बढ़ावा देने की मंशा रखने वालों को भी चेताया। राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के अनुसार आज दोपहर राष्ट्रपति बाइडन ने इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू से बात की और अमेरिकी सैन्य समर्थन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने संघर्ष को बढ़ावा देने की कोशिश करने वालों को भी चेतावनी दी। इसमें कहा गया है कि बाइडन ने पानी, भोजन और चिकित्सा देखभाल तक निर्दोष नागरिकों की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र, मिस्र, जॉर्डन, इजराइल और क्षेत्र के अन्य सहयोगियों के साथ अमेरिका के समन्वय पर नेतन्याहू के साथ चर्चा की। बाइडन ने अब्बास से बात की और इजराइल पर हमास के हमलों की निंदा की।
व्हाइट हाउस ने कहा ‎कि अब्बास ने बाइडन को क्षेत्र में अपनी भागीदारी और फलस्तीनी लोगों, विशेषकर गाजा में तत्काल आवश्यक मानवीय सहायता पहुंचाने के अपने प्रयासों के बारे में जानकारी दी। बाइडन ने अब्बास और फलस्तीनी प्राधिकरण को इन प्रयासों में अपना पूरा समर्थन देने की बात कही। गाजा में अपने सैनिकों को भेजने की इजराइल की संभावित योजना के बीच अमेरिका ने दुनिया भर के देशों से बातचीत तेज कर दी है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने शनिवार को अपने चीनी समकक्ष वांग यी से बात की थी। विदेश मंत्रालय ने कहा ‎कि इजराइल के साथ खड़े होने और हमास द्वारा किए गए आतंकवादी हमलों की निंदा करने के बाइडन प्रशासन के राजनयिक प्रयासों के तहत मंत्री ने इजराइल की अपनी रक्षा करने के अधिकार के प्रति अमेरिकी समर्थन दोहराया है।